बेमेतरा

राशन दुकान में कनकी युक्त अमानक चावल की आपूर्ति, चावल लेने से इंकार
23-Dec-2023 2:01 PM
राशन दुकान में कनकी युक्त अमानक चावल की आपूर्ति, चावल लेने से इंकार

घटिया चावल की आपूर्ति: लाट को जिसने पास किया वहीं क्वॉलिटी इंस्पेक्टर जांच के लिए गांव पहुंचे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 23 दिसंबर। नवागढ़ विधानसभा के ग्राम मऊ सरकारी राशन दुकान में कनकी युक्त अमानक चावल भेजा गया है, जो खाने योग्य नहीं है। नाराज हितग्राहियों ने चावल लेने से इंकार कर दिया है। इस तरह की कई शिकायतें अन्य राशन दुकानों से भी मिल रही है। खासकर यह शिकायत ग्रामीण क्षेत्र से मिल रही है। राशन दुकानों में अमानक चावल की आपूर्ति से मिलर व नान विभाग के क्वॉलिटी इंस्पेक्टर की मिलीभगत साफ उजागर हो रही है। इसमें क्वॉलिटी इंस्पेक्टर द्वारा मिलर से अमानक चावल नियमों को ताक पर रख कर लिया जा रहा है।

अपने बचाव में अधिकारी दे रहे हैं अजीबो-गरीब तर्क

नान विभाग के दो क्वॉलिटी इंस्पेक्टर जांच के लिए ग्राम मऊ राशन दुकान पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारी अपने बचाव में चावल को अच्छा बताने के साथ इसमें पाउडर युक्त वस्तु को दवाई बता रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों से सवाल-जवाब करने पर वह नाराजगी जाहिर करने के साथ अजीब तर्क दे रहे थे। सेल्समैन कुशालपुरी गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में 12 हितग्राहियों को चावल का वितरण किया गया था। चावल की खराब क्वॉलिटी को देख सभी हितग्राहियों ने चावल को लौटा दिया है। वर्तमान में कोई भी हितग्राही चावल लेने को तैयार नहीं है। इसलिए उच्च विभाग को चावल वापस लेने का आग्रह किया गया है।

सेल्समैन ने अमानक चावल के वितरण को रोका

जांच में पहुंचे अधिकारी चावल को वापस लेने इंकार कर रहे थे, लेकिन यहां ग्रामीणों ने चावल लेने से साफ मना कर दिया है। ऐसी स्थिति में सेल्समैन के अनुसार चावल वापस लेने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। सेल से मैंने बताया कि गांव में 1 हजार से अधिक राशन कार्ड धारी परिवार है। हितग्राहियों के लिए नागरिक आपूर्ति निगम से 309 क्विंटल 78 किलो का आवंटन मिला है, जिसका वितरण वर्तमान में रोक दिया गया है।

चावल में कनकी होने के साथ सफेद भूसी

ग्राम मऊ में नागरिक आपूर्ति निगम से अमानक चावल के सप्लाई की जानकारी मिलने पर पत्रिका टीम गांव पहुंचकर चावल की गुणवत्ता देखी, जहां चावल में कनकी होने के साथ सफेद भूसी निकल रही थी। सेल्समैन ने इसकी शिकायत खाद्य विभाग से कर चावल वापस लिए जाने का आग्रह किया। इसके बाद खाद्य विभाग द्वारा राशन दुकान में अमानक चावल की सप्लाई किए जाने की जानकारी नागरिक आपूर्ति निगम विभाग को दी गई।

चावल की गुणवत्ता जांच कर लाट को करते हैं पास 

राशन दुकानों में चावल की आपूर्ति के लिए मिलर द्वारा मिलिंग के बाद चावल को नागरिक आपूर्ति निगम के वेयरहाउस में जमा करना होता है। इसमें शासन की ओर से मानक तय किए गए हैं। जिसमें मुख्य रूप से चावल की टूट व गुणवत्ता को देखा जाता है। तय मानक के अनुसार मिलर की ओर से जमा चावल में 25 फीसदी टूट को मान्य किया जाता है। इससे अधिक टूट होने पर चावल के लाट को लौटा दिया जाता है।

जिस क्वॉलिटी इंस्पेक्टर ने लाट पास किया, उसे ही जांच के लिए भेजा

जानकारी के अनुसार दो क्वॉलिटी इंस्पेक्टर जांच के लिए ग्राम मऊ पहुंचे थे। यह वहीं क्वॉलिटी इंस्पेक्टर है, जिन्होंने मिलर की ओर से सप्लाई किए गए अमानक चावल को पास किया। अब मामला उठने पर अपने बचाव के लिए गांव पहुंचे थे, और ग्रामीणों को हर तरह से मनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ग्रामीणों ने चावल लेने स्वीकार करते हुए चावल वापस लेने की बात कही। स्पष्ट है कि जिस अधिकारी अमानक चावल का लाट पास किया, वहीं अधिकारी अपनी गड़बड़ी को कैसे उजागर करेंगे।

एक नजर आंकड़ों पर

अंत्योदय राशन कार्ड धारी - 41785

प्राथमिकता राशन कार्ड धारी - 189920

निराश्रित राशन कार्ड धारी - 3275

जिले में बीपीएल कार्ड धारी - 235347

जिले में एपीएल कार्ड धारी - 18880

जिले में कुल राशन कार्ड धारी - 254227

जिले में कुल राशन दुकान की संख्या - 459

गुणवत्ताविहीन चावल

लेने से इंकार 

हितग्राही देवनाथ निषाद, कौशल सोनी, उमेंद्र निषाद, टेकूराम निषाद ने बताया कि चावल लेने के लिए राशन दुकान पहुंचे थे। यहां चावल की गुणवत्ता काफी खराब होने पर सेल्समैन ने बताया कि विभाग से प्राप्त चावल को बांटा जा रहा है। इस पर हितग्राहियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए साफ कहा कि गुणवत्ताहीन चावल को नहीं लेंगे। ऐसी स्थिति में सेल्समैन को चावल का वितरण रोकना पड़ा और विभाग को सूचना देनी पड़ी।

डीएम नान अल्का शुक्ला ने कहा कि इस संबंध में शिकायत मिली थी। विभाग के क्वॉलिटी इंस्पेक्टर को जांच के लिए गांव के राशन दुकान में भेजा गया था। वेयरहाउस में फर्श पर गिरे हुए चावल को अपडेट कर बोरियों में भरा जाना था, इसकी ओर ध्यान नहीं दिया गया। चावल को ऐसे ही बोरियों में भरकर सप्लाई कर दिया गया। ग्राम मऊ के सरकारी राशन दुकान से चावल वापस लिया जा रहा है।


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