बेमेतरा

जल जीवन मिशन योजना पर करोड़ों खर्च, फिर भी घरों में नहीं आ रहा पानी, ग्रामीणों में नाराजगी
10-Jul-2023 2:57 PM
जल जीवन मिशन योजना पर करोड़ों खर्च, फिर भी  घरों में नहीं आ रहा पानी, ग्रामीणों में नाराजगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 10 जुलाई। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत जलापूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। हर गांव में योजना के क्रियान्वयन पर लाखों रुपए खर्च हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि संबंधित पीएचई के अधिकारियों को बार-बार अवगत कराए जाने के बावजूद व्यवस्था सुधार को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। ऐसी स्थिति में योजना के औचित्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं। 

योजना से उद्देश्य की पूर्ति नहीं

इस योजना को सिर्फ कमाई का जरिया बना दिया गया है। योजना का प्रयोजन हर ग्रामीण को पानी की आपूर्ति हो, इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। योजना के डीपीआर, टेंडर, वर्क आर्डर, धरातल पर कार्य हर स्तर पर गड़बड़ी को अंजाम दिया गया है। नतीजतन कार्य पूर्ण होने के बाद भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा है और ठेकेदार वर्क आर्डर के अनुसार कार्य करने का हवाला देकर हाथ खड़े कर दे रहे हैं।

688 गांव के लिए 600 करोड़ रुपए स्वीकृत 

योजना अंतर्गत जिले के 688 गांव में योजना के क्रियान्वयन के लिए करीब 600 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना के अंतर्गत वर्ष 2025 तक जिले के सभी गांव में घर-घर नल कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के अंतर्गत शामिल गांवों में ग्रामीणों को पानी नहीं मिलने की शिकायत मिल रही है। योजना की पड़ताल में बड़े पैमाने पर गड़बडिय़ां मिलीं। आलम यह है कि तीन स्तर पर मॉनिटरिंग के बावजूद कार्य की गुणवत्ता और योजना का प्रयोजन पूरा नहीं होने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन सिर्फ औपचारिकता

थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन यानी टीपीआई पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि इनकी सहमति के बिना ठेकेदार को भुगतान नहीं किया जाता। टीपीआई के अंतर्गत नियुक्त एजेंसी के पदाधिकारी जो तकनीकी जानकार हैं। फील्ड पर जाकर कार्य की गुणवत्ता समेत अन्य कार्यों की जांच कर रिपोर्ट तैयार करते हैं। इसके बाद ही ठेकेदार को भुगतान किया जाता है।

योजना अंतर्गत पानी की आपूर्ति नहीं

जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर ग्राम ढोलिया में योजना अंतर्गत कार्य पूर्ण नहीं होने से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। सरपंच के अनुसार गांव में अभी भी योजना के कार्य पूर्ण नहीं हुए हैं। जगह-जगह पाइप लाइन में लीकेज है। ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। विभाग में कई बार शिकायत के बावजूद अधिकारी व ठेकेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।

इसी तरह अमोरा सरपंच प्रतिनिधि तारकेश्वर वर्मा ने बताया कि गांव में पानी टंकी का निर्माण नहीं किया गया है पुरानी टंकी से सैकड़ों घरों को जल प्रदाय किया जा रहा था। नए सिरे से 100 से अधिक नल कनेक्शन किए गए हैं नतीजे पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप पड़ी है पर्याप्त नहीं होने के कारण गांव में पानी की समस्या घर आने लगी है।

इसी प्रकार नवागढ़ विधानसभा के ग्राम करचुवा में जल जीवन मिशन के अंतर्गत लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा है। सरपंच ने बताया कि पानी टंकी से महज 25 मीटर की दूरी पर स्थित घरों में नाम मात्र जलापूर्ति हो रही है। गांव के टेल एरिया के हालात और अधिक खराब है। यहां योजना के अंतर्गत ग्रामीणों को एक बूंद पानी नहीं मिल रहा है। गांव की आधी से अधिक आबादी पानी से वंचित है। यहां तक कि सरपंच के घर भी पानी नहीं आ रहा है।

ईई पीएचई आशालता गुप्ता ने कहा कि जिन गांवों में पानी नही आने की शिकायत मिल रही हैं। संबंधित ठेकेदारों को गांव जाकर ब्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। योजना का उद्देश्य हर घर मे नल कलेक्शन के माध्यम से पानी की आपूर्ति हो, इसलिए योजना में कोताही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।


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