बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 4 जुलाई। सोमवार को पूर्व घोषणा के अनुसार जिले के विभिन्न विभागो में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। हड़ताल की वजह से विभिन्न कार्यालय में कामकाज प्रभावित रहा। हड़ताल के कारण जिला पंचायत, स्वास्थ विभाग, जनपद, निर्वाचन, खाद्य, कृषि विभाग के संविदा कर्मी काम पर नहीं पहुंचे। संविदा कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने सोमवार को जिला मुख्यालय के जयस्तंभ चौक में संबोधित करते हुए कहा कि 2018 में भी 3 जुलाई का ही दिन था जब संविदाकर्मी नियमितिकरण के लिए हड़ताल कर रहे थे।
इसी दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने इनके हड़ताल स्थल पर जाकर घोषणा की थी कि यदि कांग्रेस की सरकार बनती हैं तो 10 दिनों के भीतर मांगे पूरी की जाएंगी। उसके बाद कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल किया गया था। किंतु 3 जुलाई 2023 के दिन यानी 5 साल बाद कर्मचारियों को फिर सडक़ पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है। सरकार तो बदली किंतु संविदा कर्मियों के भाग्य नहीं बदले यह कहना है संविदाकर्मियों का। इससे नाराज विभिन्न विभागों के कार्यरत संविदा कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल पंडाल पर हम शर्मिदा है, नियमितिकरण का वादा अधूरा है के जोरदार नारे लगे।
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष पूरन आनंद, जिला सह संयोजक दिनेश गंगबेर, महासंघ के जिला प्रवक्ता गोपिक जयसवाल और गरिमा वर्मा, महासंघ के ब्लॉक अध्यक्ष साजा एवं नवागढ़ डॉ.विपिन सोनी, चन्द्र कुमार देवांगन, डॉ श्रद्धा शर्मा, डॉ. डोमेन यादव, प्रमोद साहू ने संबोधित किया।
हाथों में मेंहदी से नियमितीकरण मांग लिखकर किया वायरल
बेमेतरा हड़ताल स्थल कचहरी, जयस्तंभ चौक में बड़ी संख्या में संविदा कर्मचारी शामिल हुए। महिलाओं ने अपने हाथो में मेंहदी संविदा नियमितीकरण लिखकर सोशल मीडिया में वायरल किया। छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष संजय तिवारी ने बताया कि सरकार संविदा कर्मचारी के नियमितीकरण के बात तो करता हैं, लेकिन उसको अभी तक पूरा नही कर रहा हैं जिससे संविदा कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त हैं।
विभागों के सैकड़ों कर्मचारी रहे हड़ताल पर
स्वास्थ्य विभाग 350 कर्मचारी,जिला पंचायत जनपद 120 कर्मचारी, शिक्षा 20 कर्मचारी, महिला बाल विकास विभाग 45, कृषि विभाग 75 कर्मचारी, प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री सडक़ योजना 45 कर्मचारी, स्वच्छ भारत मिशन 25 कर्मचारी, समाज कल्याण 28 कर्मचारी, निर्वाचन साखा 8 कर्मचारी, कलेक्टर कार्यालय 28 कर्मचारी सहित सभी विभागों में काफी कार्य प्रभावित हुआ।


