बेमेतरा

प्राइवेट अस्पतालों की सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेंध, रेफर के लिए एजेंट सक्रिय
17-May-2023 4:14 PM
प्राइवेट अस्पतालों की सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेंध, रेफर के लिए एजेंट सक्रिय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 17 मई। चाइल्ड हॉस्पिटल व जिला अस्पताल में प्राइवेट अस्पतालों की सेंध के कई मामले उजागर हो रहे हैं। जहां नियमों को ताक पर रखकर प्राइवेट अस्पतालों की एंबुलेंस सरकारी संस्थानों में भर्ती मरीजों को लेने पहुंच रही है।

अस्पताल प्रबंधन को जानकारी होने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने से, उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शनिवार को प्रसव पीड़ा के बाद मोहभट्टा वार्ड निवासी महिला को मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लगातार प्रसव पीड़ा के बावजूद स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्जरी के लिए तैयार नहीं हो रहे थे।

ऐसी स्थिति में परेशान परिवार के लोगों ने महिला को रेफर करने कहा। रेफर की जानकारी मिलने पर 10 मिनट के भीतर शहर के पुराना बस स्टैंड स्थित प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस मदर चाइल्ड हॉस्पिटल पहुंची। जहां से प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस से प्रसूता महिला को ले जाया गया। यहां नियमों को ताक पर रखकर प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस सरकारी संस्थान पहुंची। प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस को सरकारी संस्था में प्रवेश से नहीं रोका गया। यह प्रबंधन की मिलीभगत बिना यह संभव नहीं है।

लगातार शिकायत के बाद ‘छत्तीसगढ़’ पड़ताल में जुटी हुई थी। रात करीब 10.45 बजे सूचना मिलने पर ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता जिला अस्पताल पहुंची। जहां रात्रि करीब 11 बजे प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस बुलाकर प्रसूता महिला को रेफर किया जा रहा था। ठोस कार्रवाई के अभाव में प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन के हौसले बुलंद हैं, जो मामला उजागर करने वालों को धमकाने से भी बाज नहीं आते।

सरकारी अस्पतालों में प्राइवेट हॉस्पिटल के एजेंट सक्रिय

ग्रामीण स्तर से योजनाबद्ध तरीके से प्रसूता महिलाओं की पहचान कर हर हाल में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास किया जाता है। प्रसूता महिला के जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में प्रसव के लिए पहुंचने पर, प्राइवेट अस्पतालों के एजेंट सक्रिय हो जाते हैं। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल और मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में आए दिन इस तरह के वाक्या सामने आ रहे हैं, जहां प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में मरीजों को रेफर किया जा रहा है।

तमाम सुविधाएं उपलब्ध होने

के बावजूद जटिल प्रसव के मामले कर रहे रेफर

ज्ञात हो कि मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में तमाम सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद प्रसूता महिलाओं को प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया जा रहा है। इन प्रकरणों में बकायदा रैकेट काम कर रहा है। जिसमें कई स्वास्थ्य कर्मी व प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत से इस कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है। किसान नेता योगेश तिवारी ने जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल के कर्मियों की सीडीआर (काल डिटेल रिपोर्ट)जांच की मांग की है, ताकि प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को रेफर करने के रैकेट का खुलासा हो सके।

हायर संस्थान में रेफर करने की बजाए प्राइवेट अस्पताल भेज रहे

जिला मुख्यालय में कई प्राइवेट हॉस्पिटल का संचालन सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा किया जा रहा है। जो पदस्थ सरकारी हॉस्पिटल से मरीजों को अपने प्राइवेट अस्पताल में रेफर करते हैं, जबकि नियमानुसार मरीज को सरकारी हायर संस्थान में रेफर किया जाना है। बावजूद नियमों को ताक पर रखकर मरीजों को प्राइवेट रेफर किया जा रहा है।

 यही हाल जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल का है, जहां स्टाफ की संलिप्तता से मरीजों को सरकारी हायर संस्थान रेफर करने की बजाए प्राइवेट अस्पताल भेजा जा रहा है।

कार्रवाई से बचने एंबुलेंस में नाम नहीं 

प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में अस्पताल का नाम जानबूझकर अंकित नहीं किया गया, ताकि मामला उजागर होने पर कार्रवाई से बचा जा सके। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ को लगातार शिकायत मिल रही थी की बड़े पैमाने पर जिला अस्पताल व मदर चाइल्ड हॉस्पिटल से मरीजों को हायर सरकारी संस्थान में रेफर करने की बजाए प्राइवेट अस्पताल भेजा जा रहा है। इस कृत्य में सरकारी संस्थानों के कर्मियों की मिलीभगत है। पड़ताल में यह उजागर हुआ कि सिक्योरिटी गार्ड से लेकर चिकित्सा अधिकारी इस खेल में शामिल है।

सिविल सर्जन जिला अस्पताल डॉ. चुरावन ने कहा की प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस से प्रसूता महिला को लेने मदर चाइल्ड अस्पताल पहुंचने का मामला काफी गंभीर है। सिक्योरिटी गार्ड को प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस को अस्पताल में प्रवेश नहीं देने के सख्त निर्देश दिए जाएंगे।


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