बेमेतरा

स्वीकृति के बाद भी सुगम सडक़ योजना नहीं पहुंची गांवों तक, गलियां दुर्गम हुईं
06-May-2023 2:53 PM
स्वीकृति के बाद भी सुगम सडक़ योजना नहीं पहुंची गांवों तक, गलियां दुर्गम हुईं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 6 मई।
ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं बारिश के दिनों में तो कहीं बारामासी कीचड़ की समस्या रहती है। इसे देखते हुए सीसी रोड या सुगम सडक़ योजना के तहत सडक़ की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण इसकी मांग भी करते आ रहे हैं। लेकिन इस मांग की अनदेखी से संबंधित गांवों के लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

गांवों में स्कूल, राशन दुकान, आंगनबाड़ी और मुख्य मार्ग से गांव की गलियों तक आने व जाने के लिए सीसी रोड निर्माण कर ग्रामीणों को कीचड़ से मुक्ति दिलाने के लिए सुगम सडक़ योजना का लाभ यहां गांवों तक नहीं पहंचा है। योजना से वंचित ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। बेमेतरा ब्लाक के ग्राम सेमरिया के सरपंच खेमराज साहू ने बताया कि बीते जून में जिला पंचायत में अपने गांव में शासकीय हायर सेंकंडरी, पंचायत भवन, गौठान, आगनंबाड़ी केन्द्र और सेवा सहकारी समिति पहुंच मार्ग के लिए योजना के तहत सीसी रोड बनाने के लिए आवेदन दिया था। बारिश के दिनों में आम ग्रामीणों के साथ-साथ विद्यार्थियों को होने वाली दिक्कतों को अवगत कराते हुए सीसी रोड स्वीकृत करने के लिए मांग पत्र सौंपा था, पर आज 8 माह बाद भी उस मांग पर गौर नहीं किया गया है। लिहाजा अब गर्मी के दिनों में हो रही बारिश में लोगों का आना-जाना दूभर हो रहा है।

गांव आकर देखें हालत क्या है - दरबारी साहू
बेरला ब्लाक के ग्राम डंगनिया ब में आवागमन के लिए सडक़ व पानी निकासी के लिए नाली की कमी है। यहां लोगों को बारिश के समय में कीचड़ का सामना तो करना पड़ता ही है, इस बार गर्मी में भी वही समस्या को झेल रहे हैं। गांव में ग्रामीणों की मांग पर उसके द्वारा सुगम सडक योजना के तहत मोहित, मंगू साहू के घर से मंदिर तक, बुधारू साहू के घर तक सडक़ बनाने की मांग नवंबर में सक्षम अधिकारियों से की गई थी, पर आज तक इस दिशा में किसी प्रकार का पहल नहीं किया गया है। गांव के दरबारी साहू ने कहा कि समस्या देखनी है तो हमारे गांव आकर देखें। हालत कैसी है।

सुध नहीं लेते अधिकारी
जिले के अनेक गांव के लोग सुगम सडक़ योजना के तहत सडक़ निर्माण के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। बावजूद गांवों में सडक़ निर्माण को लेकर सक्षम विभाग के अधिकारी द्वारा सुध नहीं लिए जाने के कारण बारिश के दिनों की तरह गर्मी के दिनों में भी लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

19 गांवों में बननी थी नाली व सडक़, केवल 9 में काम चल रहे 
जानकारी के अनुसार जिले में स्वीकृत किये गये 19 कार्य में से तारालीम में बस्ती पहुंच मार्ग, सिलधट में सीसी रोड, देवरबीजा में आंगनबाड़ी तक मार्ग, इसी गांव में ज्ञानमंदिर तक मार्ग, चंडी मांवली में मार्ग, कोदवा में बस्ती पहुंच मार्ग, गनियारी में स्कूल भवन पहुंच मार्ग, भेेडऩी में स्कूल पहुंच मार्ग, धोटमर्रा में भवन पहुंच मार्ग के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई हैै। इसके अलावा मल्दा, भदराली, नारायणपुर, चक्रवाय, झाल, नवागढ़ पेन्डी, घिवरी में निर्माण जारी है। ग्राम घोघरा में कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। सुगम सडक़ योजना के तहत जिले के 19 गांवों में कम दूरी की सडक़ का निर्माण किया जाना स्वीकृत किया गया था। पौने छह किलोमीटर सडक़ निर्माण के लिए 387 लाख 85 हजार स्वीकृत किया गया था जिसमें से 160 लाख 57 हजार जारी हो चुका है। इन 19 कार्य में से केवल 9 कार्य चल रहे हैं। शेष 10 में से 1 कार्य प्रारंभ ही नहीं हुआ। बचे में से 5 कार्य निविदा स्तर पर रूके हुए हैं। 4 कार्य के वर्कआर्डर जारी नहीं हुए हैं।


अन्य पोस्ट