बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 मई। कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने रबी सीजन में धान की फसल लेने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इससे रबी धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जिले में हजारों एकड़ क्षेत्र में किसानों ने धान की फसल ली हैं, जिन किसानों के खेतों में टमाटर एवं सब्जियों की फसल बची हुई थी वह भी इससे चौपट हो गई है।
ग्राम कीकिरमेटा निवासी कृषक नेतराम निषाद ने बताया कि उन्होंने 15 एकड़ में धान की फसल ली है। ग्राम कीकिरमेटा एवं शुक्लाडीह में किसानों ने लगभग6 सौ एकड़ रबी धान की फसल ली है जो काटने योग्य हो गया मगर बारिश की वजह से फसल कटाई नहीं कर पा रहे हैं। बेमौसम बारिश से धान के पौधे गिर गए है। अभी सप्ताह भर धान की कटाई संभव नहीं है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा क्षेत्र में ग्राम रीवागहन से लेकर खुड़मुड़ा तक खारून तट के अनेक ग्रामों में हजारों एकड़ में इस समय धान की फसल है। धान की फसल लेने वाले ये किसान बेमौसम बारिश को लेकर काफी चिंतित है क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य हर्षा लोकमणी चंद्राकर का कहना है कि बेमौसम बारिश से किसानों की फसल को हुए क्षति का सर्वे कर मुआवजा देकर राहत पहुंचाई जाय।
कृषक रुपेश ने ग्राम तर्रा में 70 एकड़ में टमाटर की फसल ली है उनका कहना है कि बेमौसम बारिश के दौरान होने वाले एसीडिक रेन की वजह से टमाटर के पौधे पूरी तरह से चौपट हो गए है। इससे उन्हें लगभग 60 से 70 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। धमधा क्षेत्र के कृषक जालम पटेल का कहना है कि वर्तमान में कुछ कृषकों के खेतों में गोभी एवं विभिन्न प्रकार की सब्जियों की फसल है, जिसे बेमौसम बारिश की वजह से नुकसान पहुंचा है। वहीं बहुत से किसान केला एवं पपीता की फसल लगाने की तैयारी कर रहे थे जो भी इससे प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि कुसुम एवं धान की कटाई भी इससे प्रभावित हुई है।


