बेमेतरा
बिना परमिट यात्रियों को ढोती हैं बसें, रवानगी भी यहीं से
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 अप्रैल। जिला मुख्यालय के दैहान में अवैध तरीके से संचालित बस स्टैंड में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व यूपी के लिए बस संचालित किया जा रहा है। संचालन करने वाले बकायदा प्रचार प्रसार भी करते हैं। बावजूद इसके इन बसों के परमिट की जांच नहीं की जाती। दीगर प्रदेशों तक चलने वाली ये बसें संबंधित प्रदेशों में मजदूर पहुंचाने का भी माध्यम बनते हैं। जिला परिवहन अधिकारी अरविंद भगत ने बस संचालकों को परमिट प्रस्तुत करने के निर्देश दिया है पर किसी ने अब तक परमिट पेश नहीं किया है।
गुरुवार को ग्राम मजगांव पंडरभटठा, नरी के मजदूरों से भरी बस दैहान पहुंची थी। जिले के गौठान कबीर कुटी के पीछे दैहान में अलग-अलग यात्री बसें संचालित करने वाली कंपनियों के द्वारा रोजाना स्पेशल परमिट व टूरिस्ट परमिट के नाम पर दीगर प्रदेश ले जाने के लिए यात्री ढोए जा रहे हैं। जानकार बताते हैं कि एक दिन में दो या फिर तीन बसें जिला मुख्यालय से लखनऊ, पूना व प्रयागराज के लिए रवाना होती हैं जिसकी समुचित जानकारी गांव-गांव में मजदूर तलाश रहे कथित लोगों को रहती है।
आनलाइन बुकिंग करा सकते हैं
बेमेतरा जिला मुख्यालय से लखनऊ, प्रयागराज, पुणे जाने के लिए अनेक ट्रेवल्स बेमेतरा से बस छुटने का समय व किराया तक की जानकारी सोशल साइट पर देते हैं और तो और कुछ तो दिन में तीन बार बस छूटने का समय भी दर्शाते हैं। सोशल साइड पर जाकर इस बात की जानकारी लेकर ही जिला मुख्यालय में संचालित अवैध बस स्टैंड तक यात्री पहुंचते हैं।
दुर्ग, रायपुर जाना नहीं पड़ता
पूर्व में लखनऊ, पूना, प्रयागराज व दीगर प्रदेश जाने के लिए जिला मुख्यालय से जाने वाले यात्रियों के दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर व भाटापारा जाना पड़ता है। उसके बाद ट्रेन से गंतव्य की ओर रवाना होते हैं जबकि जिला मुख्यालय में चल रहे इन बसों सेें दीगर प्रदेश जाना सरल व सहज माना जा रहा है।
यात्रियों ने कहा-कमाने खाने जा रहे हैं
किसान भवन के सामने बने मंच पर बैठे दीगर प्रदेश जाने वाले एक यात्री ने बिना नाम बताए बताया कि गर्मी के दिन में परदेश में अधिक रोजी मिलती है। मजदूर बुलाने की जानकारी ठेकेदार का आदमी देता है जिसके बाद जाने का समय तय कर बस स्टैंड आते हैं जहां से जाने का किराया भी ठेकेदार देते हैं जिसे हमारे पगार से काटा जाता है। गुरूवार को ग्राम मंजगाव, पंडरभटठा, नरी व आसपास के 50 व्यक्ति जाने के लिए बैठे थे जिनमें युवाओं की संख्या अधिक थी। साथ में कुछ बच्चे व महिलाएं भी थीं। वे परदेश में खाने के लिए चावल दाल व अन्य जरूरी सामान रखे हुए थे।
परमिट जमा करने का दिया गया है निर्देश
बेमेतरा जिला परिवाहन अधिकारी अरविन्द भगत ने बताया कि जिला मुख्यालय से दीगर प्रदेश के लिए यात्री बस चलाने के लिए बस संचालित नहीं है। शहर से निकलने वाली बसें हो सकता है पर्यटन परमिट या फिर स्पेशल परमिट से चल रही हों। सभी बस संचालकों को बसों का परमिट प्रस्तुत करने कहा गया है। बेेमतरा व नवागढ़ दोनों स्थानों पर इस तरह की जानकारी मिली थी कि यहां से दीगर प्रदेश के लिए बसें चलती हैं, जिसके बाद निर्देश जारी कर दिया गया है, पर अभी तक किसी के द्वारा परमिट की प्रति प्रस्तुत नहीं किया गया है। जिला कार्यालय द्वारा इस तरह की बसों के बस स्टैंड में प्रवेश करने पर रोक है। नगर पालिका सीएमओ ने दैहान में स्टैंड बस खड़ी करने व यात्रियों के रूकने को नियम विरूद्ध बताया है। श्रम अधिकारी नीलकंठ साहू ने जिले से पलायान करने वाले श्रमिकों की जानकारी उनके विभाग के पास नहीं होने की बात कही है।
पंचायत सचिवों की हड़ताल के कारण अपडेट नहीं हुआ है पलायन पंजी
जिले में पलायन कर दीगर प्रदेश जाने वाले मजदूरों का ब्यौरा प्रत्येक पंचायत के पलायन पंजी में होता है। जिला पंचायत सीईओ लीना कमलेश मंडावी ने जानकारी दी कि जनपदों से जिले में पलायन करने वाले लोगों की जानकारी मंगाई जाती है पर इस बार सचिवों की हड़ताल की वजह से पलायन करने वालों की जानकारी एकत्र नहीं हो पाई है।
जिला परिवहन अधिकारी अरविंद भगत ने बताया कि सभी को परमिट पेश करने के लिए कहा गया है। कम स्टॉफ होने के कारण मौके पर जाकर पड़ताल नही कर पा रहा हूँ। स्पेशल परमिट होगा तो तय नियमों का पालन करना होगा। विशेष परमिट वाली बसें रेस्ट के लिए रुक सकती है। परमिट में रवानगी ब्याहा और पहुंचने का स्थान व समय दर्शाया जाता हैं। स्पेशल परमिट बारात व स्पेशल समय के लिए जारी किया जाता है। पर्यटन परमिट वाली बसों में पर्यटन लिखा होना चाहिए।


