बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 23 अप्रैल। हाईटेक बस स्टैंड में दुकानों के घटिया निर्माण व लेटलतीफी से व्यापारियों में खासी नाराजगी है। घटिया निर्माण का आलम यह है कि कई दुकानों की छतों से पानी टपक रहा है। घटिया मटेरियल के उपयोग से गुणवत्ता पर शुरू से सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हाईटेक बस स्टैंड निर्माण के लिए पालिका काम्प्लेक्स समेत अन्य दुकानों को तोड़ा गया है। हाईटेक बस स्टैंड में लगभग 160 दुकानों का निर्माण होगा। इन दुकानों के निर्माण के लिए अलग-अलग टेंडर का प्रकाशन किया गया है। ग्रुप 03 में 90 लाख की लागत से भूतल और प्रथम तल में 18-18 यानी कुल 36 दुकानों का निर्माण होगा। जल्द निर्माण पूर्ण नहीं होने की स्थिति में व्यापारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। व्यापारियों के अनुसार दुकानों के निर्माण में लेटलतीफी से उनका व्यापार प्रभावित हुआ है। कारोबार प्रभावित होने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रांसफॉर्मर शिफ्ट नहीं, 10 दुकानों का निर्माण प्रभावित
इंजीनियर संजय मोटवानी के अनुसार निर्माणाधीन दुकानों के पास स्थित ट्रांसफार्मर शिफ्ट नहीं होने के कारण 10 दुकानों के छत की स्लैब का कार्य रुका हुआ है। जबकि पालिका प्रशासन की ओर से 2 महीने पहले ट्रांसफार्मर शिफ्ट करने के लिए अग्रिम भुगतान विद्युत विभाग में जमा करा दिया गया है। बावजूद विद्युत विभाग की ओर से अपेक्षित कार्रवाई नहीं की जा रही है। नतीजतन निर्माण में विलंब हो रहा है।
डेढ़ साल में सिर्फ 50 फीसदी कार्य पूर्ण
कार्य का ठेका किरण कन्ट्रक्शन भिलाई, शिवा कन्ट्रक्शन बेमेतरा व डीएस सप्लायर को दिया गया है। दुकानों का निर्माण 6 महीने में पूर्ण करना था, लेकिन निर्माण की धीमी गति का आलम यह है कि निर्माण प्रारंभ होने के करीब डेढ़ साल में ठेकेदार लेंटर स्तर के कार्य को पूर्ण कर पाया। फिनिशिंग, प्लस्तर, विद्युत वर्क समेत अन्य कार्य बाकी है। अब तक करीब 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो पाया है।
डेढ़ महीने से काम बंद, ठेकेदारों को नोटिस जारी
जानकारी के अनुसार बीते डेढ़ माह से दुकानों का निर्माण बंद पड़ा है। संबंधित ठेकेदारों के द्वारा बार-बार दुकानों के निर्माण को रोक दिया जाता है। इस सम्बंध में पालिका प्रशासन ने बताया कि निर्माण के दौरान बिल्डिंग मटेरियल महंगा होने के कारण ठेकेदारों ने निर्माण रोक दिया था, लेकिन वर्तमान में ऐसी स्थिति नहीं है। इसलिए निर्माण रोकने का कोई औचित्य नहीं है। फिल्ड इंजीनियर संजय मोटवानी के अनुसार संबंधित ठेकेदारों को निर्माण शुरू करने को लेकर तीसरा नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में दी गई समय-सीमा में कार्य शुरू नहीं करने की स्थिति में पालिका की ओर से उचित कार्रवाई की जाएगी।
निर्माणाधीन दुकानों की छत से टपक रहा पानी, गुणवत्ता पर उठे सवाल
व्यापारी अजय शर्मा ने बताया कि संबंधित ठेकेदार के द्वारा हर स्तर पर घटिया मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है। शुरुआत में भवन के कालम निर्माण के दौरान पानी की तराई ही नहीं की जा रही थी। जिसकी शिकायत की गई थी। वर्तमान में करीब डेढ़ महीने पहले दुकानों की छत का निर्माण हुआ है, लेकिन घटिया निर्माण के कारण 6 से 7 दुकानों की छत से पानी टपक रहा है। ऐसी स्थिति में निर्माण की गुणवत्ता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
घटिया निर्माण की शिकायत कर करेंगे कार्रवाई की मांग
घटिया निर्माण से नाराज व्यापारियों ने नगर पालिका में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब हो कि दुकान निर्माण की लागत संबंधित व्यापारी वहन करेंगे। बताया गया कि भूतल के लिए प्रत्येक व्यापारी करीब 8 लाख रुपए लिए जाएंगे। जिसे व्यापारी निर्माण पूर्ण होने तक किस्तों में जमा करेंगे। इसके अलावा प्रथम तल के लिए अलग से राशि ली जाएगी। व्यापारियों ने बताया कि घटिया निर्माण की जानकारी पालिका प्रशासन को समय-समय पर दी जा रही है, बावजूद गुणवत्ता में सुधार नहीं हो रहा है।
एस्टीमेट के अनुसार हो मटेरियल का उपयोग
व्यापारियों ने एस्टीमेट के अनुसार दुकानों के निर्माण की मांग की है। व्यापारी अजय शर्मा ने कहा कि व्यापारियों के पैसे से दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। इसलिए घटिया निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिल्डिंग निर्माण कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें संबंधित व्यापारी शामिल हैं, जो निर्माण पर निगरानी बनाए रखने के साथ समय-समय पर जानकारी लेते है। व्यापारियों ने बताया कि कई बार शिकायत के बावजूद ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। यहां एस्टीमेट के अनुसार मटेरियल का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
सीएमओ भूपेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि ठेकेदारों को कार्य शुरू करने अंतिम नोटिस जारी किया गया है समय-सीमा में कार्य शुरू नहीं करने की स्थिति पर रिटेंडर की कार्रवाई की जाएगी। जून माह के अंत तक दुकानों का निर्माण पूर्ण कर व्यापारियों को हैंड ओवर करने का प्रयास किया जाएगा।


