बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 अप्रैल। ग्राम मऊ में रेत के अवैध खनन पर कार्रवाई करते हुए रेवेन्यू विभाग ने 6 वाहनों को जब्त किया है। उल्लेखनीय है कि बेमेतरा एसडीएम सुरुचि सिंह को ग्राम मऊ समेत अन्य क्षेत्रों में रेत व मुरुम के अवैध खनन की लगातार शिकायत मिल रही थी। शिकायत की पुष्टि के लिए बेमेतरा एसडीएम ने अपने प्रतिनिधि को ग्राम मऊ में शिवनाथ नदी भेजा। जहां ग्रामीणों की शिकायत सही मिली और वहां बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन किया जा रहा था। इसके बाद बेमेतरा एसडीएम सुरुचि सिंह के नेतृत्व में ग्राम मऊ में रेत के अवैध खनन पर कार्रवाई की गई।
रेवेन्यू विभाग कर रहा कार्रवाई
रेवेन्यू विभाग की इस कार्रवाई से खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि खनिज विभाग को ग्राम मऊ में रेत के अवैध खनन की लगातार शिकायत मिल रही थी, बावजूद कार्रवाई को लेकर खनिज विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। मामला संज्ञान में होने के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई, जिससे खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हुए और वे नदी का सीना चीर कर बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन करने लगे।'
खनन से नदी का स्वरूप बिगाड़ रहे
बेतरतीब तरीके से रेत के अवैध खनन से नदी का स्वरूप बिगडऩे लगा है। जहां पास में स्थित गांव में बाढ़ की संभावना बनी रहती है। जानकारी के अनुसार शिवनाथ नदी में रेत परिवहन के लिए अलग-अलग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। दर्जनों ट्रैक्टर ट्राली, हाइवा से दिन-रात परिवहन किया जा रहा है। रेत उत्खनन कार्य से जहां शासन को मिलने वाले राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है।
6 वाहन समेत 620 ट्राली रेत जब्त, नीलामी के निर्देश
इस कार्रवाई में दो जेसीबी व 4 ट्रेक्टर ट्राली को खनन व परिवहन करते मौके से जब्त किया गया है। जब्त वाहनों को सुरक्षार्थ संबंधित चंदनू की चौकी में खड़ा किया गया। इसके अलावा 620 ट्राली रेत मौके पर डंप पाई गई। रेत को जब्त कर सरपंच के सुपुर्द किया गया है। जिसके नीलामी के निर्देश दिए गए हैं। इस कार्रवाई में अतिरिक्त तहसीलदार पिंकी मनहर, नायब तहसीलदार नीलम पिस्दा, राजस्व निरीक्षक खुमान देशमुख, प्रेम प्रकाश तिवारी, पटवारी शैलेश वैष्णव आदि शामिल थे।
माफियाओं से सांठगांठ कर कार्रवाई से बच रहे अधिकारी
किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि नदियों के अस्तित्व पर संकट गहराता जा रहा है। अधिकारी अपने आर्थिक हितों के फेर में खनन माफियाओं से सांठगांठ कर कार्रवाई से बचते हैं। इससे शासन को मिलने वाले लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचता है, वहीं ग्रामीणों का भी प्रशासन से विश्वास उठने लगता है कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।
डंगनिया में भी रेवेन्यू विभाग ने की थी कार्रवाई
ग्राम डंगनिया में बीते दिनों बेरला रेवेन्यू विभाग की ओर से रेत के अवैध खनन पर कार्रवाई की गई थी। इस प्रकरण में भी खनिज विभाग की निष्क्रियता सामने आई थी, क्योंकि ग्राम डंगनिया में रेत के अवैध खनन की खनिज विभाग को ग्रामीणों की ओर से लगातार शिकायत हुई जा रही थी। सरपंच की शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं हो रही थी, इसलिए उन्होंने बेरला एसडीएम से शिकायत कर खनन माफिया पर कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों की शिकायत सही मिलने पर की कार्रवाई
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुरुचि सिंह ने बताया कि खनिज संपदा के अवैध खनन व परिवहन की लगातार शिकायत मिल रही थी, पुष्टि के लिए अपने प्रतिनिधि को खनन स्थल पर भेजा गया था। जहां ग्रामीणों की शिकायत सही मिली। इसके बाद मौके पर जाकर अवैध खनन पर कार्रवाई करते हुए 6 वाहनों को जब्त कर पुलिस के सुपुर्द किया गया है। इसके अलावा 620 ट्राली डंप रेत को जब्त किया गया है।
लगातार कार्रवाई
जिला खनिज अधिकारी अर्चना ठाकुर ने बताया कि खनिज विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। बीते 6 महीनों में अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई करते हुए 46 लाख रुपए की वसूली की गई है।


