बेमेतरा
चिटफंड का जाल: 210 कंपनियों के 95327 निवेशकों के करोड़ों फंसे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 अप्रैल। जिले के 95 हजार से अधिक निवेशकों के 418 करोड़ से अधिक की राशि चिंटफंड कंपनियों में फंसे हैं। शासन के निर्देश के बाद जिले के निवेशकों से 20 माह पूर्व चिटफंड कंपनियों में राशि जमा करने वालों से आवेदन लिया गया था जिसके बाद से जिले के निवेशक आगे की प्रकिया का इंतजार कर रहे हैं।
जिले में दो कपंनियों से रकम वसूली की कार्रवाई शुरू हुई थी। इनमेें से एक कपंनी की अचल संपत्ति की नीलामी से 97 लाख की वसूली हुई जिसे आने वाले दिनों आंबटित किया जायेगा। दूसरी कपंनी से संबधित प्रकरण न्यायलय में है।
बताना होगा कि 210 से अधिक चिंटफंड कंपनियों में जिले के 95327 निवेशकों ने करोड़ों रुपए निवेश किया। शासन के आदेश पर 2 से 20 अगस्त 21 तक जिला मुख्यालय में काउन्टर लगाकर निवेशकों से आवेदन लिए गए थे। आवेदन लेने के बाद आवेदनों की छंटाई कर डाटा तैयार किया गया। जिले के निवेशकों ने विभिन्न चिटफंड कंपनियों में 5 से 6 वर्ष में रकम दोगुना होने की लालच में निवेश किया था।
रिफंड पाने आवेदकों की लगी थी भीड़
शासन द्वारा निवेशकों से नियत तिथि के भीतर आवेदन मंगाये गये थे। आवेदन में चिटफंड कंपनियों के नाम, कंपनी के बांड पेपर, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, एजेंट का नाम आदि का उल्लेख करना था। निवेशकों के अलावा एजेंट का काम करने वालों ने भी आवेदन जमा कराए थे। इस दौरान 210 कपंनियों में निवेश करने वालों ने आवेदन प्रस्तुत किए थे। सभी ने अपने पैसे रिफंड पाने की आस में आवेदन जमा कराए थे।
20 माह में एक ही कपंनी की संपत्ति नीलाम
निवेशकों द्वारा प्रस्तुत किये गये दस्तावेज के बाद निवेश कंपनियों में से 2 कंपनियों के 3 स्थान चिन्हित किये गये थे, जिसमें से बेरला क्षेत्र में निवेश करने वाली कंपनी की संपत्ति नीलाम करने की प्रक्रिया पूरी की गई। कंपनी की संपत्ति से 97 लाख जुटाए गए। इस राशि का वितरण निवेशकों में करना अभी शेष है। बताया गया कि उक्त कंपनी में जिले के 210 निवेशकों में से 35 ने निवेश किया था। जिन्हे राशि जारी की जाएगी। इसके आलावा एक कंपनी के 2 स्थानों पर अचल संपत्ति चिन्हित किया गया था पर कार्रवाई पर स्थगन आदेश जारी होने कारण प्रकिया लंबित है।
अपर कलेक्टर डॉ. अनिल बाजपेयी ने बताया कि बहरहाल 20 माह पूर्व जिले के निवेशकों को आवेदन जमा करने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जिले में 2 कपंनियों की 3 संपत्ति चिन्हित की गई थी जिसमे से एक कंपनी की संपत्ति की नीलामी कर 97 लाख जुटाए गए हैं। एक अन्य कंपनी के प्रकरण पर न्यायालय से स्थगन आदेश जारी हुआ है।


