बेमेतरा

बेमुद्दत हड़ताल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं
25-Feb-2023 2:41 PM
बेमुद्दत हड़ताल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं

समर्थन करने धरना स्थल पर पहुंचे भाजपाई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 फरवरी।
शासकीय कर्मचारी का दर्जा देने, मानदेय में वृद्धि समेत 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलेभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बीते 19 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। अपनी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन को जगाने शुक्रवार को ढोल नगाड़ा बजा कर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कर्मियों ने प्रदर्शन किया। भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता आंगनबाड़ी कर्मियों की मांगों के समर्थन में धरना स्थल बेमेतरा तहसील कार्यालय पहुंचे।
भाजपा पदाधिकारियों ने आंगनबाड़ी कर्मियों की जायज मांगों का समर्थन किया। इस दौरान विद्या जैन, साधना तिवारी, पुष्पा पाटिल, कनक साहू, दीपिका बंजारे, सुलोचना चौबे समेत सैकड़ों कार्यकर्ता व सहायिका उपस्थित थी।

कर्मियों की मांगों को भाजपा का पूरा समर्थन
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे कर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई। वादों को पूरा करने का समय कांग्रेस की सरकार बहानेबाजी कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कर्मियों को शासकीय कर्मी का दर्जा देने, मानदेय वृद्धि करने समेत अन्य मुद्दों को शामिल किया था। सरकार के 4 साल का कार्यकाल बीत जाने बावजूद इन घोषणाओं पर अमल करने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहे हैं । ऐसी स्थिति में अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन पर बैठी आंगनबाड़ी कर्मियों को भाजपा का पूरा समर्थन है।

योजनाएं हो रही प्रभावित
हड़ताल के कारण राज्य व केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाएं प्रभावित हुई है, जिसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, पोषण आहार योजना, सुपोषण योजना, गर्भवती महिलाओं की जांच, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, निर्वाचन कार्य, फायलेरिया दवाई वितरण, टीकाकरण, कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करने समेत अन्य कार्य प्रभावित हुए हैं।

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर आंगनबाड़ी कर्मी
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ जिलाध्यक्ष विद्या जैन ने बताया कि जिलेभर की 1500 आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका हुआ है। बीते 19 दिनों से आंगनबाड़ी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, बावजूद सरकार का कोई भी प्रतिनिधि मिलने नहीं पहुंचा है। स्पष्ट है कि सरकार उनकी मांगों को पूरा करने को लेकर गंभीर नहीं है। इस बार आंगनबाड़ी कर्मी आर-पार की लड़ाई के मूड़ में है।
 


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