बेमेतरा
20 लाख के नुकसान की आशंका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 फरवरी। जिला मुख्यालय सें 3 किलोमीटर दूर ग्राम लोलेसरा के गैराज मेें खड़ी निजी कंपनी की 3 यात्री बस आग लगने से जल गई। रविवार की दोपहर अचानक आग लगने से लाखों का नुकसान हो गया। लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया हैै। मौके पर खड़ी बोरखनन वाहन को भी आग से नुकसान पहुंचा है।
नेशनल हाईवे के किनारे गाम लोलेसरा में प्रहलाद वर्मा के काम्पलेक्स में निजी बंस कपनी के बस गैराज में सुधार के लिए आई तीन यात्री बसों में रविवार की दोपहर आग लग जाने से वाहनों के सीट, वायरिंग, समेत उपरी हिस्सा जला है। तीन अलग-अलग बस में आग लग जाने से तीनों बसों को भारी क्षति पहुंचा है। काम्प्लेक्स मालिक प्रहलाद वर्मा ने बसों के जलने से 20 लाख का नुकसान होने का अनुमान बताया है। मौके पर कुल 6 बस थे जिसमें से तीन चपेट में आए हैं। घटना की सूचना पर पुलिस का दल पहुंच चुका था।
बोरवेल्स के वाहन में लगी आग, भारी नुकसान होने से बचा
वाहन मरम्मत व सुरक्षित गैराज होने के कारण आने वाले दिनो में गर्मी के दौरान बोरखनन के लिए पहुंचे वाहन को खड़ा किया गया था। मौके पर आग लगने के दौरान एक बोरखनन वाहन में आग लगी थी जिसे तत्काल बुझाया गया। मौके पर चार बोरखनन वाहन व अटैच वाहन भी खड़ा हुआ था जिसके डीजल बाक्स मेें सैकड़ो लीटर डीजल भरा हुआ था जिसे हालत को देखते हुए तत्काल हटाकर सर्तकर्ता बरतते हुए बड़ा हादसा होने से बचा लिया गया।
स्कूल कालेज, सरकारी भवन व अस्पतालों में फायर सुरक्षा पर जोर
फायर सेप्टी के लिए तय मानकों को पूर्ण करने के लिए अधिक संख्या वाले संस्थानों पर मानिटरिंग किया जा रहा है। मानको को लेकर बैंक, स्कूल कालेज, सरकारी भवन व अस्पताल पर लगातार निगारानी हो रही है। जिस तरह से आगजनी की घटना व परिस्थितियां सामने आने लगी है उसे देखते हुए जानकारी अशोक कुमार साहू बताते हैं सेप्टी के लिए उपकरण छोटे-बड़े सभी संस्थानों व दुकानदारों को रखना चाहिए महज 5 हजार से लेकर 7 हजार रूपये का उपकरण लाखों का नुकसान होने से बचा सकता है। थाना प्रभारी अंम्बर सिंह ने बताया कि अब तक मामले की रिपोर्ट नहीं लिखाई गई है। सुरक्षा के लिए पुलिस टीम मौजूद थीं।
घटना के डेढ़ घंटे बाद पहुंचा दमकल
कचरे के ढेर से उठी आग की लपेट ने एक बस को चपेट में लिया जिसके बाद दूसरे व तीसरा बस भी पूरी तरह जलने लगा तो लोगों ने आनन-फानन में आग पर काबू पानी के लिए आपात नंबर से दमकल वाहन दल को सूचना दी। आसपास के बोर पंप से पानी लाकर बुझाने का प्रयास किया। इस बीच करीब एक से डेढ़ घंटेे का समय बीतने के बाद दमकल का वाहन मौके पर पहुंच पाया। तब तक तीनो वाहन खाक हो चुका था ।
लोगों को सुरक्षा के उपायों को अपनाना जरूरी
जिला मुख्यालय में बिते 6 महिने के दौरान आग लगने की अलग-अलग दुर्घटनाओं में लाखों का नुकसान हो चुका है। सभी आगजनी की दुर्घटना के दैारान फायर सेप्टी के लिए अपनाये जाने वाले उपायो को अनदेखी किये जाने की बात सामने आयी है। सुरक्षा मामलों के जानकारो के अनुसार बड़े दुकानों, काम्पलेक्स व आवागमन वाले स्थानों पर सीज फायर उपकरण रखना चाहिए जिससे समय रहते आग पर काबू पाया जा सकें।


