बेमेतरा
बार-बार शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान, ग्रामीणों में नाराजगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 फरवरी। हर घर नल से जल पहुंचाने केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले में 100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो चुके हैं। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में पानी नहीं मिलने की लगातार शिकायत आ रही है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण नवागढ़ विधानसभा के ग्राम घटोली में देखने को मिल रहा है ।
यह गांव ग्राम पंचायत आन्दू का आश्रित ग्राम है। यहां योजना अंतर्गत 65 लाख रुपए खर्च हुए हैं। इसमें पानी टंकी का निर्माण, पाइप लाइन का विस्तार, घरों में नल कनेक्शन देने के कार्य हुए हैं। कार्य पूर्ण हुए महीनों बीत चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों को योजना अंतर्गत पानी मिलना शुरू नहीं हुआ है। इसे लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी है । गांव में योजना के अंतर्गत लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को पानी के लिए पास के गांव पर निर्भर रहना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि पानी के लिए 3 किलोमीटर दूर ग्राम आंदु, बालसमुंद से मीठा पानी लाना पड़ता है। आसपास के गांव को जल प्रदाय योजना के अंतर्गत मीठा पानी मिल रहा है, लेकिन घटोली के ग्रामीणों को खारा पानी भी नसीब नहीं हो रहा । सरपंच के अनुसार शुद्ध पेयजल की आपूर्ति को लेकर घटोली वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
ठेकेदार के कार्य पूर्णता के दावे पर सरपंच ने उठाए सवाल
सरपंच संजय जोशी के अनुसार ग्रामीणों को योजना के अंतर्गत पानी नहीं मिलने की शिकायत लगातार अधिकारियों से करने के बावजूद जल आपूर्ति को लेकर अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि जलापूर्ति शुरू हुए बिना ठेकेदार कार्य पूर्णता को लेकर दस्तावेजों में हस्ताक्षर के लिए पहुंचा था। जिसे साफ मना कर दिया।
सरपंच ने बताया कि योजना के अंतर्गत गांव के शत-प्रतिशत घरों में नल कनेक्शन नहीं किया गया है। गांव में करीब 120 घर हैं। इनमें से 60 फीसदी घरों में नल कनेक्शन दिया गया है।
इस संबंध में ठेकेदार व इंजीनियर से जानकारी लेने पर उन्होंने 15 दिनों के भीतर सभी घरों में नल कनेक्शन करने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस बात को 4 महीने से अधिक समय बीत चुका है। सरपंच के अनुसार ठेकेदार को सभी परिवारों की सूची सौंपी गई थी ।
योजना के अंतर्गत गांव में लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद नल कनेक्शन में पानी नहीं आने की लगातार शिकायत मिल रही है । ऐसी स्थिति में योजना के क्रियान्वयन के लिए विभाग की ओर से किए गए सर्वे और तैयार की गई डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्पष्ट है कि सर्वे और डीपीआर फील्ड में जाकर तैयार करने की स्थान पर घर में बैठकर बनाई गई है। इसके परिणाम अब सामने आ रहे हैं। कई गांव से पानी नहीं मिलने की शिकायत मिल रही है। जिस पर अधिकारी संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं।
नए व पुराने कनेक्शन दोनों में नहीं आ रहा पानी
रेट्रोफिटिंग यानी पुन: संयोजन में शामिल करीब 90 प्रतिशत गांव में पुरानी टंकी से ही नए नल कनेक्शनों को जोड़ा गया है। नई टंकी का निर्माण नहीं हुआ है। यहां विभाग की ओर से यह जानने का प्रयास नहीं किया गया कि पुरानी टंकी से किए हुए पुराने कनेक्शन में पर्याप्त जलापूर्ति हो रही है या नहीं। नतीजतन अब नए और पुराने दोनों नल कनेक्शन में पानी नहीं आने की शिकायत मिल रही है।
आशालता गुप्ता ईई पीएचई ने बताया कि योजना अंतर्गत हर घर नल कनेक्शन के माध्यम से पानी मिले यह हमारी प्राथमिकता है। ग्राम घटोली में ग्रामीणों को पानी नहीं मिलने की जानकारी संबंधित इंजीनियर से ली जाएगी। नियमित जलापूर्ति हो, इसके लिए ठेकेदार को निर्देशित किया जाएगा।


