बेमेतरा

सरकारें बदली पर नहीं बदली दशा, 30 साल से सडक़ मांग रहे बावामोहतरा के ग्रामीण
17-Feb-2023 3:31 PM
सरकारें बदली पर नहीं बदली दशा, 30 साल  से सडक़ मांग रहे बावामोहतरा के ग्रामीण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 फरवरी।
कई सरकारें बदल गई बावजूद ग्राम बावा मोहतरा से सनकपाट तक की सडक़ की दशा नहीं बदली है। आलम यह है कि तीन दशक से यहां के ग्रामीण नवीन सडक़ निर्माण की मांग कर रहे हैं। सडक़ काफी जर्जर हो चुकी है, कुछ किमीके दायरे में सैकड़ों गड्ढे हो चुके हैं। मार्ग से गुजरने वाले राहगीर आए दिन हादसे का शिकार हो रहे हैं। बावजूद सडक़ निर्माण प्रारंभ करने को लेकर गंभीरता नहीं बरती जा रही है। उल्लेखनीय है ग्राम बावा मोहतरा से ढारा तक बेमेतरा विधानसभा एवं ग्राम ढारा से सनकपाट तक नवागढ़ विधानसभा के अंतर्गत आती है। इन सडक़ों का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अंतर्गत होना है।

 

स्वीकृति के 3 साल बाद भी निर्माण प्रारंभ नहीं 
सरपंच प्रतिनिधि मोहन साहू के अनुसार बेमेतरा विधानसभा अंतर्गत ग्राम बाबा मोहतरा से ढारा तक 4.41 किमी सडक़ के नवीनीकरण के लिए 221 लाख एवं ढारा से सनकपाट तक 3.2 किमी सडक़ के नवीनीकरण के लिए 140 लाख रुपए स्वीकृत हुए। 3 साल से अधिक समय बीत चुका है बावजूद अब तक सडक़ का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है।

इससे ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। सरपंच प्रतिनिधि के अनुसार करीब 3 साल विभाग के अधिकारी सरपंच सावित्री साहू को सडक़ पर खड़े कर फोटोग्राफ खींच कर ले गए थे और जल्द सडक़ निर्माण का आश्वासन दिया था। जिस पर आज तक अमल नहीं हो पाया है।
पुलिया क्षतिग्रस्त, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

बारिश के दिनों में स्थिति काफी विकट होती है। मार्ग से गुजरना मुश्किल हो जाता है। गर्मी के दिनों में भी सडक़ पर पानी भरा रहता है। जिसके कारण मार्ग पर गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इन गड्ढों में छोटे चार पहिया वाहन फंस जाते हैं, जिन्हें निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मार्ग पर पडऩे वाली पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पुलिया का स्लैब धस चुका है, यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । इस संबंध में जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार मांग किए जाने के बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा।
 

राहगीर, छात्र-छात्राएं गिरकर हो रहे चोटिल 
मार्ग से गुजरने वाले राहगीर व छात्र-छात्राएं गिरकर चोटिल हो रहे हैं। बावा मोहतरा हाई, हायर सेकेंडरी स्कूल में ग्राम छीतापर, सनकपाट, ढारा समेत अन्य गांव के बच्चे पढ़ाई के लिए मार्ग से होकर स्कूल पहुंचते हैं । छात्र मोहन वर्मा ने बताया कि ग्राम ढारा से मोहतरा की दूरी करीब 4 किमी है। इस मार्ग पर सैकड़ों गडढे हैं। आए दिन कोई न कोई छात्र गिरकर चोटिल हो रहा है। इसी प्रकार राहगीर भी हादसे का शिकार हो रहे हैं इसलिए जल्द सडक़ निर्माण जरूरी है।

सरपंच प्रतिनिधि मोहन साहू के अनुसार सडक़ निर्माण को लेकर विभाग के जिला अधिकारी व कलेक्टर को कई बार आवेदन सौंपा गया है, निर्माण शुरू करने को लेकर अधिकारी सिर्फ कोरा आश्वासन दे रहे हैं। 
सडक़ का निर्माण नहीं होने से दर्जन भर गांव की 20 हजार आबादी प्रभावित है। जिन्हें मार्ग से आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य रूप से ग्राम मोहतरा, ढारा नवलपुर, छीतापार, सनकपाट, पेंड्रीतराई, नरी, कोसा, मुलमुला समेत अन्य गांव शामिल है।

क्या कहते है जिम्मेदार अफसर
संतोष साहू ईई पीएमजीएसवाई का कहना है कि बावा मोहतरा से ढारा तक सडक़ निर्माण को स्वीकृति मिली है। इसमें टेंडर प्रक्रियाधीन है। जल्द कार्य शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन ढारा से सनकपाट तक सडक़ निर्माण को स्वीकृति नहीं मिली है । इसके लिए शासन को विभाग की ओर से प्रस्ताव भेजा गया है।

 


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