बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 फरवरी। शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने , मानदेय में वृद्धि समेत 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले भर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने विधायक कार्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलनरत महिलाओं अपनी मांगों के समर्थन में थाली बजाकर विरोध दर्ज कराया। विधायक निवास के सामने प्रदर्शनकारी महिलाओं ने करीब 2 घंटे तक नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्य मार्ग जाम होने से सडक़ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विधायक के बाहर आकर ज्ञापन लेने की बात पर अड़ी हुई थी। इस दौरान विद्या जैन, साधना तिवारी, पुष्पा पाटिल, कनक साहू, दीपिका बंजारे, सुलोचना चौबे समेत सैकड़ों कार्यकर्ता व सहायिका उपस्थित थी।
भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी दिया धोखा
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कार्यकर्ताओं ने विधायक से कहा कि भाजपा सरकार के दौरान कांग्रेस पार्टी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं की मांगों का समर्थन किया था। चुनावी घोषणा पत्र में मांगों को शामिल किया गया था, लेकिन 4 साल पूरा होने के बावजूद मांगों को पूरा नहीं किया गया है। इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं में खासी नाराजगी है और मांगों को पूरा करने को लेकर आंदोलनरत हैं।
विधायक ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री को उनकी मांगों से अवगत कराएंगे। विधायक ने बिना पूर्व सूचना कार्यालय के घेराव व प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर की और उन्होंने कहा कि नियमों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया जाए, जिसका सभी समर्थन करते हैं । बिना पूर्व सूचना के मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन करनेे से अफरा-तफरी का माहौल बनता है, जो सही नहीं है।
4 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में लटका ताला
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ जिलाध्यक्ष विद्या जैन ने बताया कि जिलेभर की 4000 आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका हुआ है। हड़ताल के कारण राज्य व केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाएं प्रभावित हुई है। जिसमें मुख्य रुप से प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, पोषण आहार योजना, सुपोषण योजना, गर्भवती महिलाओं की जांच, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, निर्वाचन कार्य, फायलेरिया दवाई वितरण, टीकाकरण, कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती करने समेत अन्य कार्य प्रभावित हुए हैं।
प्रदेश सरकार ने नहीं उठाए कदम
कार्यकर्ता साधना तिवारी ने कहा कि प्रदेश भर की 1 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका अपने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार सरकार से मांग कर रहे। विगत 15 वर्षों से पूर्व की बीजेपी सरकार ने धोखा दिया था, जिसका परिणाम उनको मिल गया। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के पूर्व अपने घोषणा पत्र में वादा किया था। विगत 4 वर्षों से अपनी मांगों से सरकार को अवगत कराते आ रहे हैं। बावजूद जायज मांगों को पूरा करने को लेकर सरकार की ओर से अब तक कोई भी सार्थक कदम नहीं उठाए गए हैं।
विधायक को ज्ञापन देने अड़ी आंबा कर्मियों ने किया मार्ग जाम
मुख्य मार्ग जाम होने की सूचना पर कोतवाली पुलिस के जवान तुरन्त विधायक कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने आंदोलनरत महिलाओं को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे विधायक को ज्ञापन देने की बात पर अड़ गई । मौके पर पहुंचे तहसीलदार रोशन साहू के मान-मनौव्वल के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की प्रतिनिधिमंडल विधायक कार्यालय में विधायक आशीष छाबड़ा को ज्ञापन सौंपने पहुंचे । यहां प्रतिनिधिमंडल ने विधायक को अपनी मांगों से अवगत कराते हुए समर्थन मांगा।
संघ ने विधायक को 6 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा
6 सूत्रीय मांगों में शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने तक जन घोषणा पत्र के अनुसार कलेक्टर दर दिए जाने, प्रदेश के आंगनबाड़ी के रिक्त पदों को तत्काल भरे जाने, आंगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकर्ता एवं कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर शत-प्रतिशत पदोन्नति प्रदान किए जाने, विभागीय भर्ती सेवा नियम में संशोधन करने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्राइमरी स्कूल के शिक्षक के रूप में दर्जा एवं वेतन दिए जाने, मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी किए जाने, क्रेश कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर समाहित किए जाने, सेवानिवृत्त के समय कार्यकर्ता को 5 लाख और सहायिका को 3 लाख रुपए देने, सामाजिक सुरक्षा के रूप में कार्यकर्ता को 5 हजार रुपए और सहायिका को 3 हजार रुपए मासिक पेंशन स्वीकृत करने, विभागीय कार्य के लिए नया मोबाइल एवं नेट खर्च दिए जाने, पोषण ट्रैकर का प्रोत्साहन राशि तत्काल भुगतान करने की मांग शामिल है।


