बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 4 जनवरी। नवागढ़ विधानसभा के नांदघाट में 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट मुलाकात एवं जन चौपाल कार्यक्रम में अनेक कार्यों के लिए भूमि पूजन किया गया, जिसमें ग्राम देवगांव से कुरदा मार्ग में सकरी नदी पर उच्च स्तरीय पुलमय पहुंच मार्ग के निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया गया। ब्रिज कारपोरेशन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 2022 -23 के बजट में शामिल कार्यों का प्राक्कलन में ग्राम पचभैया में फोक नदी में उच्च स्तरीय पुल और ग्राम सुरूंदाहरा में सकरी नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण कराए जाने के लिए बजट में शामिल होने की जानकारी क्षेत्रवासियों को मिला था।
मुख्यमंत्री द्वारा केवल देवगांव से कुरदा पहुंच मार्ग में सकरी नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य की भूमि पूजन किया गया। इससे स्पष्ट होता है कि अन्य दो जगहों की उच्च स्तरीय पुल की मांग को प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिली है।
2020-23 के बजट में दोनों पुल के निर्माण के लिए बजट पर शामिल होने की खबर से क्षेत्रवासियों में हर्ष व्याप्त था। मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात एवं जन चौपाल के कार्यक्रम से क्षेत्रवासियों को काफी उम्मीदें लगी हुई थी कि इन दोनों पुलों की घोषणा एवं भूमि पूजन करेंगे। लेकिन उक्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के समक्ष क्षेत्र के विधायक द्वारा पुल निर्माण की मांग को प्रमुखता से नहीं रखा गया। जिसके चलते क्षेत्रवासियों में मायूसी छाई हुई है। ग्राम पंचायत कोदवा एवं ग्राम पंचायत पचभैयावासियों द्वारा क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे एवं मुख्यमंत्री से पुल निर्माण की।
एनिकट की ऊंचाई कम होने से बारिश में मुख्यालय का टूट जाता है संपर्क
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में राज्य समन्वयक छत्तीसगढ़ कांग्रेस पिछड़ा वर्ग राकेश साहू ने बताया कि बेमेतरा जिला के अंतिम छोर पर स्थित ग्राम पंचायत कोदवा के आश्रित ग्राम सुरुंगदाहरा सकरी नदी के किनारे स्थित है। नदी के एक किनारे ग्राम पंचायत मुख्यालय कोदवा और दूसरे किनारे पर आश्रित ग्राम सुरुंगदाहरा।
पंचायत मुख्यालय आने के लिए नदी पार कर आना पड़ता है। नदी में एनीकेट बना हुआ है जिसकी ऊंचाई कम होने के कारण थोड़ा भी बारिश होने पर एनीकेट के ऊपर से पानी बहने लगता है। जिसके कारण बरसात के दिनों में आवागमन बाधित हो जाती है। एनीकेट के अतिरिक्त और कोई भी रास्ता आने-जाने के नहीं है। नदी पार कर ही पंचायत मुख्यालय, जिला मुख्यालय, स्कूल आदि सामान्य कामकाजों के लिए आना पड़ता है। बरसात के दिनों में गांव टापू बन जाता है।
बरसात के दिनों में अन्य गांवों से टूट जाता है संपर्क
ग्राम पचभैया फोक नदी के किनारे स्थित है। वर्षों पुराना स्टॉपडेम कम रपटा की ऊंचाई बहुत ही कम है। थोड़ा भी बारिश मे यह डूब जाती है। यहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक शाला, प्राथमिक शाला, एवं उप स्वास्थ्य केंद्र है। ग्राम पंचायत पचभैया, आश्रित ग्राम अमचो, बरसात के दिनों में व्यापार केंद्र दाढ़ी एवं जिला मुख्यालय आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए नदी में उच्च स्तरीय पुल की मांग क्षेत्रवासियों द्वारा वर्षों से करते आ रहे हैं।


