बेमेतरा

साहेब बंदगी एक दूसरे को सम्मान देने की एक पवित्र अभिवादन संस्कृति-भूपेश
26-Dec-2022 3:09 PM
साहेब बंदगी एक दूसरे को सम्मान देने की एक पवित्र अभिवादन संस्कृति-भूपेश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 दिसंबर।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को ग्राम लोलेसरा में पंथ श्री हुजुर उग्रनाम साहेब स्मृति में कबीरपंथ के संत समागम मेला में शामिल हुए। सीएम ने साहेब बंदगी की जयघोष के साथ कबीरपंथ के गुरू श्री प्रकाश मुनि नाम साहब से आर्शीवाद प्राप्त किया। 

सीएम ने इस भव्य आयोजन के लिए पूरे आयोजन समिति और कबीरपंथ के अनुयायियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि साहेब बंदगी मानव से मानवता तक और एक दूसरे को सह-सम्मान करने तथा अभिवादन करने की पवित्र संस्कृति है। इस संस्कृति की महत्ता एवं ख्याति दिनों दिन बढ़ती जा रही है।

उन्होंने कबीरपंथ आयोजन स्थल में बने लगभग 1 करोड़ 50 लाख की लागत से बने 3 विभिन्न नवीन कार्यो का लोकार्पण किया। इन लोकार्पण कार्यो में 50 लाख रूपए की लागत से बने पहुंच मार्ग निर्माण कार्य, 50 लाख रूपए की लागत से भवन निर्माण कार्य और 50 लाख रूपए की लागत से आहता निर्माण कार्य का लोकर्पण शामिल है। 

सीएम ने कबीरपंथ के गुरू श्री प्रकाश मुनि नाम साहब के आग्रह पर मेले स्थल के समुचित विकास और संत-साधु के विश्राम भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ रूपए प्रदान करने की घोषणाएं की। साथ ही ग्राम नेवसा में उपस्वास्थ्य खोलने और कबीरपंथ ग्राम बघुली पहुंच मार्ग का चौड़ीकरण, नवीनीकरण तथा पुल-पुलिया और रपटा निर्माण की घोषणा की। 

उन्होंने कहा कि कबीरपंथ की महत्ता और ख्याति को बढ़ाते हुए धर्मनगरी ग्राम दामाखेड़ा में 22 करोड़ की लागत से विशाल कबीर सरोवर के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निर्माण को शीघ्र मुर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने राज्य शासन के महत्वकांक्षी यांजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, ऋण माफी सहित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनानें वाले गोधन न्याय योजना और रीपा सहित महत्वकांक्षी सभी योजनाओं की जानकारी दी। 

इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और  विधायक आशीष छाबड़ा ने भी संबोधित किया। मंच पर गुरू गोस्वामी डॉ. भानुप्रताप साहेब, संसदीय सचिव गुरूदयाल बंजारे और जिला पंचायत सदस्य उपस्थित थे।
कबीरपंथ ने एक-दूसरे को जोडऩे का मार्ग 

दिखाया- मुनि नाम साहब
कबीरपंथ के गुरू श्री प्रकाश मुनिनाम साहेब ने कहा कि कबीर पंथ कोई धर्म या जाति नहीं, बल्कि सतगुरु कबीर साहेब द्वारा दिखाया हुआ एक मार्ग है। इस मार्ग पर चलकर हर धर्म, जाति और मजहब का व्यक्ति चलकर अपने जीवन को सफल बना सकता है। उन्होंने अपने अनुयायियों को सदाचार और सत्य का मार्ग दिखाते हुए साहेब बंदगी अभिवादन का मूल स्वरूप एवं संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कबीरपंथ के लोग जब भी अपनों से मिलते है तो उन्हें सच्ची भाव और सम्मान से साहेब बंदगी से अभिवादन किया जाता है। साहेब बंदगी का मूल अर्थ मानव और मानवता के अंदर घट-घट में बसे परमात्मा को महसूस करते हुए उन्हें पूरे आदर और सम्मान से साहेब बंदगी से अभिवादन किया जाता है। कबीरपंथ में ऐसी मान्यता है कि हर व्यक्ति के अंदर ईश्वर और परमात्मा का वास है, उसी को सम्मान देते हुए साहेब बंदगी कहते है। उन्होंने कहा है कि कबीरपंथ ने सर्व मानव समाज को एक-दूसरे को जोडऩे का एक सदाचार और सत्य का मार्ग दिखाया है। इस पंथ में जाति, धर्म, संप्रदाय की कोई बंधन नहीं है। यहां सभी धर्मो को मानने वाले लोग कबीर के बताए मार्ग पर चलकर अपना जीवन को ऊंचाई दे रहा है।

 


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