बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 दिसंबर। लोक सेवा केंद्र की आड़ में बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपए की डिमांड करने के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लोक सेवा केंद्र को सील कर दिया है। वहीं लोक सेवा केंद्र की आईडी को ब्लॉक कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए प्रकरण में प्रतिवेदन तैयार कर पुलिस को भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने पश्चात बेमेतरा कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने एसडीएम सुरुचि सिंह के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर लोक सेवा केंद्र भेजी। जहां जांच के दौरान जांच टीम को भारी गड़बडिय़ां मिली।
गांव के नाम पर आईडी लेकर शहर में लोक सेवा केंद्र का संचालन किया जा रहा था। वहीं प्रकरण में एक महिला की संलिप्तता बताई जा रही है। इस महिला द्वारा भवन के प्रथम तल में एनजीओ के अंतर्गत प्राइवेट शिक्षकों को कोचिंग देने का दावा किया जा रहा है, हालांकि इस महिला द्वारा जांच दल के समक्ष कोचिंग से संबंधित अनुमति व संस्था के वैध दस्तावेज दिखाने में नाकाम रही। जांच दल में डिप्टी कलेक्टर पिंकी मनहर, ई जिला प्रबंधक महेंद्र वर्मा, हल्का पटवारी व आरआई शामिल थे।
ग्रामीण लोक सेवा केंद्र का शहर में संचालन
ई जिला प्रबंधक महेंद्र वर्मा के अनुसार शहर के कवर्धा मुख्य मार्ग के पास अनाधिकृत रूप से लोक सेवा केंद्र संचालित हो रहा था। इस लोक सेवा केंद्र की आईडी ग्राम मजगांव के नाम से जारी हुई है, जबकि लोक सेवा केंद्र का संचालन बीते 3 महीने से जिला मुख्यालय में हो रहा था।
गौरतलब हो कि इस लोक सेवा केंद्र की आड़ में बेरोजगार युवाओं से ठगी का खेल जारी था। जहां युवाओं को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में चपरासी की नौकरी लगाने के नाम पर 3 लाख व प्राइवेट स्कूल में सहायक शिक्षक की नौकरी लगाने के नाम पर 12 हजार रुपए की मांग की जा रही थी, जबकि संबंधित संस्थानों में ऐसी कोई पद भर्ती नहीं हो रही है, बावजूद युवाओं को विश्वास में लेकर रुपए लिए जा रहे थे।
ग्रामीण क्षेत्रों में ठग गिरोह सक्रिय
प्रकरण की गहनता से जांच करने पर बड़े खुलासे होंगे, जिसमें बेमेतरा जिले के दर्जनों बेरोजगार युवाओं से नौकरी लगाने के नाम पर राशि वसूले जाने का खुलासा होगा। युवाओं को विश्वास में लेने पूरे जिले में ठगों का गिरोह सक्रिय है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को सरकारी नौकरी का प्रलोभन देकर लाखों रुपए ऐंठ रहे हैं। नौकरी लगाने के नाम पर ठगी के प्रकरण लगातार सामने आने के बावजूद पढ़े-लिखे युवाओं का ठगों के झांसे में आजा दुर्भाग्यपूर्ण है। आजकल के युवा नौकरी पाने के लिए शॉर्टकट तरीका अपना रहे हैं जिसके कारण में ठगों के चंगुल फंस रहे हैं।
शोकॉज नोटिस जारी कर मांगा जाएगा जवाब
कलेक्टर की ओर से गठित जांच दल का लोक सेवा केंद्र में पहुंचने पर हडक़ंप मच गया। वहां मौजूद महिला के द्वारा इस प्रकरण से कोई भी लेना देना नहीं होना कह कर, मामले से पल्ला झाडऩे लगी। महिला के अनुसार एक एनजीओ की ओर से उसे बेमेतरा जिला के लिए अधिकृत किया गया है। बेमेतरा एसडीएम के अनुसार लोक सेवा केंद्र संचालक फलित चतुर्वेदी व महिला को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ के स्टिंग में खुलासा
बीते कुछ दिनों से इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ को लगातार शिकायत मिल रही थी। शिकायत की पुष्टि के लिए लोक सेवा केंद्र में पड़ताल के लिए पहुंचा। जहां कार्यरत कर्मचारियों द्वारा नौकरी लगाने के नाम पर बड़े-बड़े दावे कर लाखों रुपए की डिमांड की जा रही है। यहां बेरोजगार युवाओं की शिकायत सही मिली।
बेमेतरा एसडीएम सुरुचि सिंह ने बताया, अनाधिकृत रूप से संचालित लोक सेवा केंद्र को सील करने की कार्रवाई की गई है। भवन के प्रथम तल में संचालित एनजीओ व लोक सेवा केंद्र संचालक को शोकॉज नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
बेमेतरा के ई जिला प्रबंधक महेन्द्र वर्मा ने बताया, जिले में संचालित लोक सेवा केंद्र व सीएससी का समय-समय पर निरीक्षण किया जा रहा है। संचालन में गड़बड़ी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। इस लोक सेवा केंद्र की आईडी को ब्लॉक करने की कार्रवाई की गई है।


