बेमेतरा

टॉवर लगाने पुलिस का सहारा, किसानों में नाराजगी
27-Jun-2022 2:55 PM
टॉवर लगाने पुलिस का सहारा, किसानों में नाराजगी

तहसीलदार की भूमिका की जांच की मांग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 जून।
नवागढ़ के निकट एक गांव में एक निजी कम्पनी द्वारा लगाए जा रहे सोलर  पावर प्लांट के लिए किसानों के खेत में जबरन टावर लगाने पुलिस का सहारा लिए जाने से किसान व किसान नेताओं में खासी नाराजगी है और तहसीलदार की भूमिका को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। किसान नेता संतोष साहू ने बताया कि अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए आशियाना बनाने का सपना देखकर नगर के निकट जमीन लेने वालों किसानों को बिना किसी सूचना के उनकी खेत खोदकर टावर लगाने का काम किया जा रहा है , जिन किसानों ने सवाल किया तो उन्हें थाने का राह दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमे कम्पनी प्रबंधन  को नवागढ़ तहसीलदार का भरपूर सहयोग है जो उनकी भूमिका को लेकर सवाल खड़ा करता है।

नवागढ़ पुलिस द्वारा किसानों को बुलाया गया कि और पूछा गया कि टावर क्यों नहीं लगाने दे रहे हो। जब नवागढ़ पुलिस से पूछा गया कि आपकी रुचि क्यो तो चौकाने वाली यह जानकारी मिली कि तहसीलदार नवागढ़ ने पुलिस को पत्र लिखकर सहयोग करने का फरमान जारी किया है। संतोष साहू ने कहा कि टेबल के नीचे से हुए इस कार्य के लिए तहसीलदार बताए की किसानों से कम्पनी या राजस्व अमला कब मिला पत्र थाने में जो लिखे उसकी कापी उच्च अधिकारियों को कब भेजी गई, यदि कोई अप्रिय घटना होती है, तो जिम्मेदार कौन है, पत्र लिखकर यह साबित किया गया कि तहसील कार्यालय में सब सम्भव है।

तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आप नेता अंजोरदास घृतलहरे ने कहा कि नांदघाट के बाद नवागढ़ तहसील कार्यालय चर्चा में है नवागढ़ तहसीलदार ने कम्पनी की चिठ्ठी पर तत्काल संज्ञान लेते हुए थाना प्रभारी को पत्र लिखकर जो जिम्मेदारी निभाई है इसका जांच विधि विभाग से होना चाहिए। ग्राम रनबोड की गरीब विधवा महिला के घर के सामने परिजन अतिक्रमण कर जीना मुश्किल कर दिए है। एसडीएम नवागढ़ ने जनवरी में तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया इस पर थाने को तहसीलदार ने कब चिठ्ठी लिखी क्या अमल किया यह भी सार्वजनिक होना चाहिए अंजोरदास ने कहा कि नवागढ़ तहसीलदार मुख्यालय में नही रहते मनमानी तो पत्र से सार्वजनिक हो गया कि टेबल के नीचे वाले पत्र पहले पहुंचते है।

किसानों के साथ अन्याय
भाजपा नेता देवादास चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार किसान हितैषी होने का ढोंग रचती है नवागढ़ के आसपास किसानों के खेतों में टावर लगवाकर जमीन का मोल कम कर रही है। ऊपर से किसानों को धमकाने पुलिस का सहारा ले रही है। यह किसानों के साथ अन्याय है।
टीआई अजय सिन्हा का कहना है कि नवागढ़ तहसीलदार का पत्र आया है, जिसमे सहयोग करने को कहा गया है, इस सम्बंध में वास्तविक जानकारी लेने किसानों से सम्पर्क किया गया है।

किसानों से हुई चर्चा
एसडीएम प्रवीण तिवारी का कहना है कि नवागढ़ तहसीलदार ने पत्र की प्रति हमारे कार्यालय को सूचनार्थ नही भेजी है।  जब किसानों को थाना बुलाए जाने की सूचना मिली तो किसान व कम्पनी के प्रतिनिधि को बुलाकर आमने सामने कराया गया और कहा गया है कि जब तक किसान सहमत नही होते, उन्हें वैधानिक जानकारी नहीं दी जाती तब तक ऐसा कोई काम न करें जिससे किसान नाराज हो, उभय पक्ष सहमति के बाद ही काम शुरू करे।
 


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