बेमेतरा

गोपनीयता का हवाला देकर पुलिस ने जानकारी साझा करने से किया इंकार
नक्सली के इलाज करने का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 जून। पांच लाख के इनामी नक्सली का इलाज करते पाए जाने पर रायपुर मार्ग स्थित एके मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को सील किया गया है। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. प्रवीण साहू की भूमिका की जांच जारी है, वहीं नक्सली को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। हालांकि मामले की जांच के संबंध में पुलिस प्रशासन की ओर से गोपनीयता बरती जा रही है। मामले को संवेदनशील होने का हवाला देकर जांच से संबंधित कोई भी जानकारी साझा नहीं की जा रही।
प्रकरण के संबंध में जांच अधिकारी एसडीओपी राजीव शर्मा से जानकारी लेने पर उन्होंने कोई भी जानकारी देने से साफ इंकार करते हुए पुलिस अधीक्षक से जानकारी लेने की बात कही।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह छवई ने कहा कि मामला काफी संवेदनशील है, जिसकी जांच जारी है।
अस्पताल के डायरेक्टर से पूछताछ कर रही पुलिस
प्रकरण से जुड़े सभी लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। अस्पताल के डायरेक्टर प्रवीण साहू को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई है, फिलहाल उनको छोड़ा गया है। जांच के लिए जरूरत पडऩे पर उन्हें फिर से बुलाया जाएगा।
गौरतलब हो कि इनामी नक्सली को डोमार सिंह ग्राम सलधा के नाम से अस्पताल में भर्ती किया गया था। ग्राम सलधा अस्पताल के डायरेक्टर प्रवीण साहू का ननिहाल है।प्रकरण की सूक्ष्मता से जांच में बड़े खुलासे होंगे।
नियम विरुद्ध अस्पताल संचालन की शिकायत
शिकायतकर्ता सुफल मानिकपुरी ने लगातार शिकायत के बावजूद एके हॉस्पिटल पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है। नियमों को ताक पर रखकर अस्पताल का संचालन किया जा रहा है, इसकी लिखित शिकायत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कर कार्रवाई की मांग की गई है। जिला अस्पताल में पदस्थ ऑक्सीजन टेक्निशियन बलराम साहू को एके हॉस्पिटल में काम करते पाया गया। जिसकी जानकारी अस्पताल सील करने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। इस संबंध में पूर्व में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाए चुप्पी साध ली गई।
प्राइवेट हॉस्पिटल को अब तक नोटिस जारी नहीं
शिकायत के बावजूद एके हॉस्पिटल में कार्यरत कर्मियों की सूची मांगना भी मुनासिब नहीं समझा गया। वही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी के अनुसार जिला अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर ऑक्सीजन टेक्निशियन पर कार्रवाई के संबंध में जवाब तलब किया गया है। लेकिन लगातार शिकायत के बावजूद कार्रवाई तो दूर प्राइवेट हॉस्पिटल को अब तक नोटिस जारी नहीं किया गया है।