बेमेतरा

संचालकों के खाता एवं लोक सेवा केन्द्र किया गया सीज
13-Jun-2022 2:37 PM
संचालकों के खाता एवं लोक सेवा केन्द्र किया गया सीज

बैंक संचालक एवं ग्राहक सेवा केन्द्र के तीन संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जून।
देवकर में संचालित स्टेट बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र के संचालकों के खिलाफ दर्ज हुआ एफआईआर। एसडीएओपी के कहा फरार संचालकों की खोजबीन की जा रही है जल्द बड़ा खुलासा किया जाएगा। ठगी के शिकार हुए हितग्राहियों व जनप्रतिनिधियों की मांग पर पुलिस ने चार दिन बाद किया मामला दर्ज, संचालित दुकान को किया सील के साथ ग्राहक सेवा केंद्र के तीन संचालको के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला हुआ दर्ज।

ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक मुकेश ताम्रकार, ओमप्रकाश ताम्रकार एवं पूजा ताम्रकार के खिलाफ धारा 420,409,34 भा.द.वि. के तहत सामूहिक मामला दर्ज किया गया है। वहीं मुख्य शिकायतकर्ता हेमंत साहू पिता चिंताराम साहू निवासी ग्राम खिसोरा सहित अन्य हितग्राहियों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है जिसमें कुल 17,88,063 रुपए की धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई है वहीं ग्राहक सेवा केंद्र जिस दुकान पर संचालित थी उसे भी पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर सील बंद किया है।
अभी लगभग हजारों हितग्राहियों की शिकायत बाकी है।

विदित हो कि भारतीय स्टेट बैंक शाखा साजा के अधीन उन्हीं के ब्रांच के रूप में विगत कई वर्षों से ग्राहक सेवा केंद्र के नाम से बैंक का संचालन किया जा रहा था।उक्त बैंक का संचालन स्थानीय निवासी ओम प्रकाश ताम्रकार, मुकेश ताम्रकार एवं पूजा ताम्रकार के नाम से संचालित था।विगत कई वर्षों से संचालित इस बैंक में नगर सहित लगभग आसपास के 20 हजार से अधिक हितग्राहियों ने जनधन खाता एवं अन्य खातों के रूप में अपना लेनदेन हेतु खाता खुलवाया गया। कई वर्षों से लगातार इस बैंक के द्वारा लोगों को उनके जमा पैसे को देने में आनाकानी करने की शिकायत प्राप्त हो रही थी, लेकिन किसी प्रकार का पुख्ता सबूत उक्त बैंक के खिलाफ नहीं होने एवम पीडि़तों के सामने नहीं आने के चलते मामला सामने नहीं आया था ।लगातार हितग्राही अपने पैसे लेने जब भी बैंक आते तो बैंक में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा एवं संचालक के द्वारा सर्वर डाउन होने की बात कहकर उन्हें घुमाया जाता। वही बैंक कर्मचारी के द्वारा अज्ञान हितग्राहियों को उनका अगुठा ले लिया जाता ,फिर उन्हें  15 दिन 20 दिन बाद आने की बात कहकर बैंक से वापस भेज दिया जाता, यही नहीं ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक द्वारा अधिकांश हितग्राहियों के खाते स्वयं के पास रख लिया जाता था, जिससे हितग्राहियों को उक्त खाते में जमा राशि की जानकारी हो नहीं हो पा रहा था।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नगर पंचायत देवकर द्वारा कई हितग्राहियों के किस्त की राशि इसी बैंक के खाते में डाला गया। हितग्राही अपने पैसे लेने जब बैंक गए तो बैंक संचालक द्वारा फिर वहीं सर्वर डाउन होने की बात कहकर हितग्राहियों को घुमाया गया।
जब हितग्राहियों को बैंक की इस संदिग्ध रवैया पर शक हुआ तो नगर के कुछ वरिष्ठ लोगों को साथ लेकर मुख्य शाखा साजा पहुंचे एवं अपने अपने जमा राशि का स्टेटमेंट निकाला गया ,तो पता चला कि , ग्राहक सेवा केंद्र द्वारा उनके खाते में जितने भी राशि दिखाई जा रही है, वह फर्जी तरीके से लिखी गई जबकि वास्तव में उनके खाते में मात्र कुछ राशि ही दिखाई जा रही है। जिसके बाद हितग्राहियों द्वारा सामूहिक रूप से पुलिस चौकी देवकर में तीन संचालकों के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है।

बेहिसाब संपत्ति की होनी चाहिए जांच
धोखाधड़ी के शिकार हुए हितग्राही राकेश टंडन , धनराज साहू , गणेश , सतीश व अन्य को प्रशासन से मांग है कि संचालकों द्वारा विगत कुछ वर्षों से बेहिसाब बनाई गई संपत्ति की जांच होनी चाहिए। संचालक जब से ग्राहक सेवा केंद्र संचालित कर रहा था तब से लेकर आज तक संचालक के पास करोड़ों रुपए की चल अचल संपत्ति बनाए जाने की जानकारी मिली है। आपको बता दें कि संचालक एक निम्न परिवार से ताल्लुक रखता है संचालकों के पिता एक दर्जी (टेलर) का काम करते हैं इनके परिवार की कुछ वर्षों पहले आर्थिक स्थिति कमजोर थी पर वही आज संचालक के परिवार का घर झुग्गी झोपड़ी से हटकर तीन मंजिला इमारत बन गया है।

एसडीओपी तेज राम पटेल  का कहना है कि ग्राहक सेवा केंद्र के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है। आगे हम बैंक से और जानकारी लेंगे और देवकर में संचालको के साथ जो कर्मचारी कार्यरत थे, उनसे भी कड़ाई से पूछताछ की जाएगी और उनके विरुद्ध भी मामला दर्ज किया जाएगा।  अगर कहीं बैंक की भी संलिप्तता नजर आती है तो बैंक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा। फरार संचालकों की खोजबीन की जा रही है जल्द बड़ा खुलासा किया जाएगा।
 


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