बेमेतरा

किसानों को प्राकृतिक एवं आधुनिक खेती के बीच सामंजस्य बनाने किया प्रेरित
28-Apr-2022 4:44 PM
किसानों को प्राकृतिक एवं आधुनिक खेती के बीच सामंजस्य बनाने किया प्रेरित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 अप्रैल।
कृषि तकनीक अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, जबलपुर के निर्देशानुसार डॉ. रंजीत सिंह राजपूत, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के द्वारा कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग, उद्यानिकी विभाग, मछली पालन विभाग, जिला बेमतरा के सहयोग से भारत की आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत 26 अप्रैल को किसान भागीदारी-प्राथमिकता हमारी अभियान के तहत जिला स्तरीय वृहद किसान मेला का आयोजन कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, ढोलिया, बेमेतरा के सभाकक्ष में किया गया।

यह आयोजन डॉ. केपी वर्मा, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र के मुख्य आतिथ्य एवं  एमडी मानकर, उप संचालक कृषि अध्यक्षता में संपन्न हुआ। दीप प्रज्जवलन एवं अतिथियों के स्वागत के साथ कार्यक्रम की शुरूआत उपरान्त डॉ. प्रज्ञा पाण्डेय, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के द्वारा  प्राकृतिक खेती के मूलभूत सिद्धांत के बारे में कृषकों को विस्तार से जानकारी दिया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. केपी वर्मा ने किसानों को प्राकृतिक खेती एवं जैविक खेती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लाभदायक सूक्ष्म जीव एवं फसलों के साथ उसके संबंध के बारे में जानकारी देते हुए किसानों को प्राकृतिक खेती व आधुनिक खेती के बीच सामंजस्य व संतुलन स्थापित करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में फसल बीमा पाठशाला के दौरान उप संचालक कृषि ने किसानों को प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना एवं राजीव गांधी न्याय योजना के बारे में जानकारी देते हुए धान का रकबा कम कर अन्य उद्यानिकी, लघु धान्य फसलों का उत्पादन करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया। राजकुमार सोलंकी, अनुविभागीय कृषि अधिकारी ने किसानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना के साथ विभागीय योजनाओं के बारे में कृषकों को अवगत कराया।  

हितेन्द्र मेश्राम, सहायक संचालक उद्यानिकी एवं वाय.के. डिंडोरे, सहायक संचालक मछली पालन ने उपस्थित किसानों को विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उपलब्ध संसाधन के अनुसार प्रति इकाई क्षेत्रफल से आय दुगुनी करने के लिए उद्यानिकी फसलों की खेती एवं मछली पालन को अपनाने का सलाह दिया। अग्रणी बैंक के मुख्य प्रबंधक संतोष आयम ने खेती के उन्नत तकनीक को अपनाने व अपनी आमदनी दुगुनी सुनिष्चित करने हेतु बैंक ऋण, केसीसी से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में कृषकों को जानकारी दिया।
 


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