बेमेतरा

जीवन में सामाजिक मूल्यों के साथ मानवीय मूल्यों की भी आवश्यकता- भूपेन्द्र
28-Apr-2022 4:15 PM
जीवन में सामाजिक मूल्यों के साथ मानवीय मूल्यों की भी आवश्यकता- भूपेन्द्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 अप्रैल।
सर्वतोमुखी समाधान शिक्षा संस्कार समिति द्वारा संचालित समाधान महाविद्यालय में छह दिवसीय चेतना विकास मूल्य (युवक कार्यशाला) का आयोजन किया गया, जिसमें बीएड, आईटीआई के छात्र व महाविद्यालय के प्राध्यापक शामिल थे। इस कर्मशाला में समापन एवं मूल्यांकन सत्र में मुख्य अतिथि भूपेंद्र कुलदीप रजिस्टार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, भागवत कथा व्यास पंडित त्रिलोक शास्त्री, अनिल चौबे प्राचार्य एमजे कॉलेज भिलाई , ब्रम्हकुमारी शशि , सम्मिलित हुए।

 कार्यशाला के प्रबोधक अंकित पोगुला मानवतीर्थ बेमेतरा (शिक्षाविद एवं कोर टीम सदस्य हैप्पीनेस पाठ्यक्रम दिल्ली) थे, उन्होंने विद्यार्थियों को सार्वभौमिक मुख, सामाजिक व्यवस्था एवं शिक्षा के प्रयोजन के बारे में बताया। विद्यार्थी रुचि मूलक एवं लक्ष्य मूलक को विस्तार से समझे। जीने के पांच आयामों स्वयं, परिवार, समाज, प्रकृति व अस्तित्व के बारे में बताया गया। वर्तमान पाठ्यक्रम में मूल्य शिक्षा की आवश्यकता को बताते हुए शिक्षा के प्रयोजन को स्पष्ट किया। इसके बाद परिवार में व्यवस्था को समझाते हुए संबंधों के प्रयोजन व उसमें  निहित मूल्यों को भी बताया। इसके अतिरिक्त समाज एवं प्रकृति की व्यवस्था को समझकर ही मानव भयमुक्त होकर सुख पूर्वक जी सकता है। मेरे सुखी और दुखी होने के लिए हम स्वयं जिम्मेदार हैं।

इस सूत्र को विद्यार्थियों ने स्व निरीक्षण से स्वयं जाना।कार्यशाला के समापन में महाविद्यालय संचालक अवधेश पटेल ने पीपीटी के माध्यम से चेतना विकास मूल्य शिक्षा कार्यशाला का सार संक्षेप प्रस्तुत किए एवं प्रतिभागियों ने कार्यशाला में संबंधित अनुभव सकारात्मक बदलाव को अपने मूल्यांकन प्रस्तुत किए।

पंडित शास्त्री ने कहा की मानव होने के नाते हम सभी में मानवीयतापूर्ण आचरण आवश्यक है। सुखी जीवन जीने के लिए मन को स्थिर करना आवश्यक है। ब्रह्मकमारी शशि ने कहा कि हमारे जीवन में कोई न कोई आदर्श होते हैं , जिनसे सभी प्रेरित होकर हम उनके जैसा बनने का प्रयास करते हैं।

हम दूसरों को सुखी देते हैं, तो प्रत्युत्तर में हमें भी खुशी मिलती है।
 


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