बस्तर
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। मुख्य सचिव विकासशील ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कमिश्नर-आईजी सहित कलेक्टर्स और एसपी की बैठक में सडक़ों पर घुमन्तु आवारा पशुओं के नियंत्रण के लिए प्रभावी ढंग से पहल किए जाने सहित सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर स्तर पर व्यापक जनजागरुकता निर्मित करने पर बल दिया और इस दिशा में शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण इलाकों में ज्यादा ध्यान केन्द्रित किए जाने कहा।
उन्होंने ग्रामीण इलाकों में गौधाम संचालन सहित नगरीय क्षेत्रों पर कांजी हाउस को सक्रिय रखकर उसका बेहतर प्रबंधन पर जोर देते हुए आवारा पशुओं के रोकथाम एवं प्रबंधन में समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की सजगता एवं त्वरित कार्यवाही पर बल देते हुए नियमों के अनुपालन सहित प्रशासन की त्वरित रिस्पांस के साथ पहल सुनिश्चित किए जाने कहा। बैठक के दौरान सडक़ एवं अन्य सार्वजनिक प्रयोजन हेतु वन भूमि के फारेस्ट क्लियरेंस, छोटे-बड़े झाड़ भूमि को सुरक्षित रखने एवं अतिक्रमण मुक्त करने, आरेंज एरिया के चिन्हांकन की प्रगति सहित प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति, पीएम जनमन आवास, इत्यादि की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, प्रमुख सचिव निहारिका बारिक, सोनमणी बोरा सहित राज्य शासन के वरिष्ठ उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान कलेक्टोरेट के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत प्रतीक जैन, डीएफओ उत्तम गुप्ता सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।


