बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 सितम्बर। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के द्वारा संचालित आदि कर्मयोगी अभियान का जिले में शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के 28 जिलों के 128 विकासखंडों के 6650 आदिवासी बहुल गांवों में प्रारंभ किया गया।
बस्तर जिले के तोकापाल विकासखंड के रायकोट-1 ग्राम पंचायत में आयोजित ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम में उक्त आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया।
इस आदि कर्मयोगी अभियान के तहत कर्मयोगी, आदि सहयोगी और साथी कैडर के द्वारा गांव विकास हेतु चर्चा कर गांव की जरूरतें क्या है, समस्याएं क्या है और आने वाले वर्षों में गांव को कहां ले जाना है, इसकी रूपरेखा तैयार करेंगे। इस अभियान के अंतर्गत हर जनजातीय बाहुल्य गांवों को अपना ट्रायबल विलेज विजन 2030 और एक्शन प्लान बनाने में मदद मिलेगी। हर गांव में आदि सेवा केंद्र भी बनाए जाएंगे जहां अधिकारी और स्थानीय लोग बैठकर गांव की छोटी-बड़ी समस्याओं का समाधान करेंगे। आदि कर्मयोगी अभियान में शासन-प्रशासन के साथ शिक्षित युवाओं, महिलाओं और प्रबुद्ध जनों की भागीदारी रहेगी। इस पूरे अभियान में शासन-प्रशासन द्वारा सबका साथ-सबका विकास, सबका प्रयास और सब का विश्वास का मंत्र लेकर साकार करने की कोशिश की जा रही है।
रायकोट में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ प्रतीक जैन शामिल हुए, तोकापाल जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रामबती भंडारी, सरपंच रायकोट श्रीमती सरिता भोयर सहित अन्य पंच पदाधिकारी, एसडीएम श्री शंकरलाल सिन्हा, सहायक आयुक्त गणेश सोरी, जनपद पंचायत सीईओ नीलू तिर्की और आदि कर्मयोगी साथी, सहयोगी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम उपरांत जिला पंचायत सीईओ प्रतीक जैन ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत सेवा पर्व एवं आदि कर्मयोगी सेवा अभियान का आयोजन 2 अक्टूबर तक किया जा रहा है। ग्राम के विकास के लिए सरकार ने आदि कर्मयोगी अभियान संचालित करते हुए शासकीय सेवाओं की प्रदायगी को सशक्त किया जाना है। इसमें आप लोगों के मध्य से आदि कर्मयोगी, साथी और सहयोगी बने हैं।
जो गांव के विकास, आवश्यकता का चिन्हांकन करने तथा समस्याओं का निराकरण करने में प्रशासन का सहयोग करेंगे।


