बस्तर

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
जगदलपुर, 24 अगस्त। छत्तीसगढ़ दैनिक वेतनभोगी वन कर्मचारी संघ की बैठक जगदलपुर में संपन्न हुई। बस्तर वन मंडल के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी नियमितीकरण, स्थायीकरण, आकस्मिकता कार्यभारित सेवा नियम को लेकर एकजुट हो चुके हैं। आर पार की लड़ाई लड़कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वन विभाग के दैनिक वेतनभोगी कमर कस चुके है। बस्तर वन मंडल कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने बैठक में बढ़चढ़ का भाग लिय। बैठक समाप्ति पश्चात प्रदेश पदाधिकारी व बस्तर क्षेत्र के दैनिक वेतनभोगी ने भारी तादात में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण देव से मुलाकात कर पोला की बधाई दी।
बस्तर क्षेत्र के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने किरण देव से कहा कि दीपावली के पहले कार्यभारित और स्थायीकरण करने के लिए वन मंत्री ने आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक पूरा नहीं किया है, पुन: दीपावली आने वाली है। मंत्रालय में आकस्मिकता कार्यभारित और स्थायीकरण का जो प्रस्ताव गया है, उसे जल्द पूरा कराने का निवेदन किया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण देव ने कहा कि मुझे वन विभाग की 48 दिनों का हड़ताल भली भांति मालूम है। हड़ताल अवधि में सर्प ने भी काटा था, आप लोगों के लिये पहल किया था और वर्तमान में भी पहल करुंगा। उन्होंने यह भी कहा है कि वन मंत्री से चर्चा हो चुकी है, मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से चर्चा करके,वित्त विभाग में जो आप लोगों का प्रस्ताव गया है उसे जल्द स्वीकृति कराने के लिये मैं बिल्कुल भिडूंगा। मुख्यमंत्री जी बाहर गये हैं, आते ही चर्चा कर उक्त प्रस्ताव को पास कराने के लिये मैं बाते करुंगा ताकि दीपावली के पूर्व आपके प्रस्ताव पास हो जाए।
भेंट मुलाकात में प्रान्ताध्यक्ष रामकुमार सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष गिरधर जैन, प्रदेश कार्यकारिणी नरेन्द्र मालवीय, बस्तर संभागाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार यादव, संभाग महामंत्री आशीष खोरा, कांकेर संभागाध्यक्ष अनिल यादव, जगदलपुर अध्यक्ष राजेश पटेल, सुकमा जिलाध्यक्ष देवदास भारती, कोंडागांव जिलाध्यक्ष कैलास श्रीवास्तव, संतोष मिश्रा, प्रतीक भोंपले ,सीमा यादव, रोहिनी ध्रूव, कुमारी तिमेश्वरी मौर्य, ताराचंद सेठिया कोषाध्यक्ष, ईश्वर कश्यप, आशिष पारवि,सोनाधार पनिका, सालिक कश्यप, घासीराम,चैतन राम कश्यप, हेमसिंग ठाकुर,बलदेव मौर्य, सुनिल नेताम,मनिषा कश्यप,हरीराम निषाद,सदन नाग, उदय यादव,जयंत ठाकुर, देवदास बघेल, दसरु राम नाग,महादेव नेताम, सुखनाथ नाग, लगभग 250 से 300 लोग उपस्थित रहे।