बस्तर
जगदलपुर विधायक ने किया भूमिपूजन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
जगदलपुर, 11 अगस्त। विधायक जगदलपुर किरण देव ने कहा कि बस्तरवासियों की बरसों पुरानी मांग को हमारी सरकार ने पूरा किया है, जिससे बस्तर के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक दशहरा पर्व के रथ परिक्रमा मार्ग में भूमिगत विद्युत तार बिछाने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है, इस कार्य के पूर्ण होने पर दशहरा पर्व के दौरान रथ परिक्रमा में काफी सहूलियत होगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व विधायक किरण देव ने रविवार को स्थानीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी टाऊन हॉल में बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व रथ परिक्रमा मार्ग पर 7 करोड़ 16 लाख रुपए की लागत से भूमिगत विद्युत लाईन बिछाने के कार्य का भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर विधायक किरणदेव ने इसकी महत्ता को देखते हुए सीएसपीडीसीएल को तय समय सीमा में कार्य पूर्ण किए जाने पर जोर देते कहा कि इस बहुप्रतीक्षित मांग के पूरी होने से बस्तरवासियों में काफी हर्ष है, अब सभी लोगों को रथ परिक्रमा के दौरान अंधेरे में रहकर देखने की आवश्यकता नहीं होगी, अब रथ परिचालन के दौरान विद्युत आपूर्ति चालू रहेगी और अब हम बिना विद्युत बाधा के रथ परिचालन का आनंद ले सकेंगे।
उन्होंने इस मौके पर क्षेत्र की जनता के अपेक्षा के अनुरूप अन्य विकास कार्यों को भी सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया, टाऊन हॉल में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक किरण देव ने कहा कि बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व में रथ परिक्रमा मार्ग पर भूमिगत विद्युत लाईन बिछाने के संबंध में विशेष आग्रह पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उक्त रथ परिक्रमा मार्ग पर भूमिगत विद्युत तार बिछाने की स्वीकृति प्रदान की थी, जिसका आज सिरहासार चौक से लालबाग, आमागुड़ा चौक तक भूमिगत विद्युत केबल बिछाने का भूमिपूजन कर शुभारंभ किया गया। इस भूमिगत विद्युत लाईन बिछाने के कार्य प्रारंभ होने पर विधायक किरण देव ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि बस्तर के विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व में रथ परिचालन के दौरान परिक्रमा मार्ग मां दंतेश्वरी मंदिर से सिरहासार चौक, गोल बाजार चौक, टेकरी वाले हनुमान मंदिर मार्ग, बाहर रैनी ,भीतर रैनी रथ परिचालन स्टेट बैंक चौक से सिटी कोतवाली लालबाग से कुम्हड़ाकोट क्षेत्र तक बस्तर दशहरा का रथ का परिक्रमा होता है। इस रथ परिक्रमा के दौरान इन मार्गो पर विद्युत सेवा बाधित होती है, जिसके लिए भूमिगत विद्युत तार बिछाने की अत्यधिक आवश्यकता थी, जो अब मूर्त रूप लेगा।


