बलरामपुर
रामानुजगंज, 18 दिसंबर। नगर में युवा गौ भक्तों द्वारा की जा रही गौ सेवा इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। बीते करीब 15 दिनों से रेस्ट हाउस रोड स्थित अभिषेक जायसवाल के निवास के सामने एक गाय गंभीर रूप से बीमार अवस्था में बैठी हुई थी। कमजोर हालत के कारण वह खड़ी होने में असमर्थ थी। इसी दौरान बीमार गाय ने एक बछड़े को जन्म दिया, जिससे उसकी स्थिति और भी चिंताजनक हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, गाय की हालत को देखते हुए मोहल्ले के नागरिकों ने तत्काल उसकी देखरेख शुरू की। युवा गौ भक्त बिट्टू चौबे ने आगे बढक़र नवजात बछड़े की सेवा और देखभाल की जिम्मेदारी संभाली। बछड़े को नियमित रूप से दूध, चारा और आवश्यक देखरेख दी जा रही है, परंतु उसके समय से पूर्व जन्म लेने कारण काफी कमजोर जिससे उसकी मौत हो गई।
बीमार गाय का उपचार स्थानीय स्तर पर कराया गया। कई दिनों तक इलाज के बावजूद जब गाय खड़ी नहीं हो सकी, तब मोहल्ले के युवाओं और गौ भक्तों ने सामूहिक प्रयास से बांस का सहारा तैयार कर गाय को खड़ा रखने की व्यवस्था की। इस नवाचार से गाय को कुछ राहत मिली है और उसका इलाज लगातार जारी है। मोहल्ले के लोग भी अपनी-अपनी ओर से चारा, पानी और दवाइयों की व्यवस्था कर रहे हैं।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि गाय का अब तक मालिक सामने नहीं आया है, न ही उसने बीमार गाय की सुध ली है। ऐसे में नगर के युवाओं द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता और सेवा भावना की चारों ओर सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि यदि समय पर यह सहयोग न मिला होता, तो गाय और बछड़े की स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी।
नगरवासियों ने प्रशासन और पशु चिकित्सा विभाग से भी अपील की है कि बीमार पशुओं की देखरेख के लिए स्थायी व्यवस्था की जाए, ताकि ऐसी परिस्थितियों में त्वरित सहायता मिल सके। युवा गौ भक्तों की यह पहल न केवल मानवता की मिसाल है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि असहाय पशुओं की सेवा प्रत्येक नागरिक का दायित्व है।
रामानुजगंज में युवाओं द्वारा की जा रही यह गौ सेवा निश्चित रूप से प्रेरणादायक है और आने वाली पीढिय़ों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करता है।


