बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 15 दिसंबर। बलरामपुर जिले के त्रिकुंडा धान खरीदी केंद्र से किसानों से अवैध वसूली के आरोप सामने आए हैं। इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें खरीदी प्रक्रिया के दौरान पैसे की मांग से जुड़े कथित संवाद दिखाई और सुनाई देने का दावा किया जा रहा है।
वायरल वीडियो के आधार पर आरोप लगाया गया है कि त्रिकुंडा धान खरीदी केंद्र में पदस्थ खरीदी प्रभारी दीपक यादव ने राधानगर निवासी एक किसान से धान को अमानक बताकर 20 बोरी धान काटने की बात कही और इसके एवज में 5,000 रुपये नकद की मांग की। किसान का आरोप है कि डर के कारण उसने पड़ोसियों से उधार लेकर यह राशि दी, जिसके बाद उसका धान खरीदा गया।
वीडियो में 10 दिसंबर की तिथि का उल्लेख किया जा रहा है। इसमें किसान द्वारा बताया गया है कि धान की तौल कर बारदाने में पैकिंग हो चुकी थी, लेकिन तौल पत्रक और ऑनलाइन प्रविष्टि के लिए संपर्क करने पर उससे पैसे के संबंध में पूछा गया। वीडियो में यह भी दिखाया जा रहा है कि कथित रूप से 5,000 रुपये जमा होने की पुष्टि के बाद धान को ऑनलाइन चढ़ाने की बात कही जाती है। वीडियो में कार्यालय कक्ष के भीतर कथित लेनदेन से जुड़े दृश्य होने का दावा भी किया जा रहा है।
तौल पत्रक के नाम पर अतिरिक्त राशि मांगने का आरोप
किसान का यह भी आरोप है कि तौल पत्रक उपलब्ध कराने के लिए 250 रुपये अतिरिक्त मांगे गए। पैसे तत्काल नहीं होने पर कर्मचारी द्वारा भविष्य में परेशानी होने की बात कही गई, जिसके बाद किसान ने बाद में भुगतान करने की सहमति दी।
किसानों का आरोप है कि धान खरीदी की प्रक्रिया में अलग-अलग स्तरों पर राशि की मांग की जाती है। उनका आरोप है कि इससे छोटे और आदिवासी किसानों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में सहायक प्रभारी पैकरा से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो और लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी और तथ्यों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


