बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर,14 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के थाना पस्ता अंतर्गत चौकी डवरा क्षेत्र में राजस्व अभिलेखों से छेड़छाड़ कर सरकारी व निजी भूमि को फर्जी तरीके से दर्ज कर धान बिक्री कराने के गंभीर मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। जांच में भुईयां पोर्टल के राजस्व रिकॉर्ड में कूटरचना व षड्यंत्र कर फर्जी नाम दर्ज कराने की पुष्टि होने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पटवारी समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चौकी डवरा में धारा 318, 319, 336, 338, 340 एवं 61 भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है।
जांच में सामने आया कि कुल 29.008 हेक्टेयर शासकीय एवं निजी भूमि के संबंध में पटवारी अजेंद्र टोप्पो एवं वीरेंद्र गुप्ता द्वारा आपसी षड्यंत्र के तहत भुईयां पोर्टल के राजस्व अभिलेखों में छलपूर्वक छेड़छाड़ की गई। आरोप है कि धान बिक्री के उद्देश्य से हल्का पटवारी की आईडी का दुरुपयोग कर वीरेंद्र गुप्ता ने अपने तथा अपने परिवार के सदस्यों के नाम फर्जी तरीके से भूमि दर्ज करवाई।
शिकायत की जांच उपरांत आरोप प्रमाणित पाए जाने पर चौकी डवरा में मामला पंजीबद्ध कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त होने के बाद विवेचना शुरू की गई और चंद घंटों के भीतर विशेष टीम गठित कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में वीरेंद्र गुप्ता कोटडीह, हाल मुकाम चौकी डवरा थाना पस्ता तथा अजेंद्र टोप्पो जमुनिया, थाना राजपुर, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज शामिल हैं। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस मामले की विस्तृत विवेचना में जुटी है और अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है।


