बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 11 नवंबर। प्रदेश के कृषि मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक रामविचार नेताम ने ग्राम नीलकंठपुर एवं अनिरुद्धपुर में कुरसा नदी पर बनने वाले उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग के निर्माण कार्य का भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार का संकल्प है कि हर गांव तक पक्की सडक़ पहुंचाकर आवागमन को सुगम बनाया जाए और ग्रामीण अंचलों में शिक्षा, व्यापार एवं रोजगार के नए अवसर खोले जाएं। यह पुल न केवल आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि आसपास के गांवों के शैक्षणिक और आर्थिक विकास का सेतु भी बनेगा।
इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष बलवंत सिंह, जनपद पंचायत अध्यक्ष मुंद्रिका सिंह, उपाध्यक्ष सुनील तिवारी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष तारावती सिंह, जिला पंचायत सदस्य मुंशी राम शांडिल्य सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
स्काउट-गाइड शिविर में छात्राओं से की बातचीत, अनुशासन और नेतृत्व का दिया संदेश
अपने गृह ग्राम सनावल प्रवास के दौरान कृषि मंत्री श्री नेताम ने शासकीय हाई स्कूल परिसर में आयोजित स्काउट-गाइड के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर छात्रावास की छात्राओं से संवाद किया। उन्होंने छात्राओं से उनकी आवश्यकताओं एवं अनुभवों की जानकारी ली और उन्हें अनुशासन, सेवा और नेतृत्व के पथ पर आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि स्काउट-गाइड जैसी गतिविधियाँ हमारे युवाओं में सेवा, समर्पण और स्वावलंबन की भावना को सशक्त बनाती हैं।
स्थानीय बाजार में किया पारंपरिक औजारों की खरीदी, स्वदेशी उत्पादों के उपयोग का दिया संदेश
गृह ग्राम प्रवास के दौरान श्री नेताम अपनी धर्मपत्नी पुष्पा नेताम के साथ ग्राम मरमा के स्थानीय बाजार पहुंचे, जहां उन्होंने धान कटाई के लिए पारंपरिक औजार खरीदे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों को अपनाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा, हमारे गांवों की मिट्टी में ही आत्मनिर्भर भारत की ताकत बसती है। स्वदेशी उत्पाद अपनाना केवल परंपरा नहीं, यह राष्ट्र निर्माण का संकल्प है।
क्षेत्रीय विकास कार्यों से जुड़ाव बनाए रखते हैं -मंत्री नेताम
हर दौरे पर मंत्री नेताम क्षेत्र के विकास से जुड़ी योजनाओं का भूमिपूजन, शिलान्यास या लोकार्पण कर क्षेत्र में नई योजनाओं की शुरुआत करते हैं। उनके प्रयासों से लगातार सडक़ों, पुलों और ग्रामीण आधारभूत संरचनाओं के विस्तार को बल मिला है।


