बलरामपुर

चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में कांग्रेस नेता ने लगाया अपमान का आरोप
16-Jul-2025 10:56 PM
चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में कांग्रेस नेता ने  लगाया अपमान का आरोप

डीएफओ के मान मनौव्वल के बाद रुके

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलरामपुर/राजपुर, 16 जुलाई। शासन द्वारा तेंदूपत्ता हितग्राहियों को दी जाने वाली महत्वपूर्ण योजना के तहत जिले में मंगलवार को जिला स्तरीय चरण पादुका वितरण कार्यक्रम आयोजित की गई थी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सरगुजा सांसद सहित विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिले के भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित कांग्रेस नेता व लघु वनोपज सहकारी समिति के जिला अध्यक्ष लालसाय मिंज मौजूद थे। लेकिन कार्यक्रम के शुरू होते ही जब मंच संचालन कर रहे व्यक्ति ने लालसाय मिंज का नाम नहीं लिया तो वे भडक़ गए और अपने को अपमानित महसूस करते हुए कार्यक्रम स्थल से उठकर जाने लगे, जिसके बाद बलरामपुर डीएफओ के मान मनौव्वल के बाद कार्यक्रम में रुके।

 मंगलवार को बलरामपुर जिले के ऑडोटोरियम हाल में शासन की महत्वकांक्षी योजना के तहत जिला स्तरीय चरण पादुका कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के महिला सदस्यों को चरणपादुका (जूती) वितरित की जानी थी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सरगुजा के सांसद चिंतामणि महराज सहित विशिष्ट अतिथि के तौर पर भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जायसवाल सहित कई बड़े भाजपा के पदाधिकारियों व वन विभाग के डीएफओ सहित एसडीओ रेंजर एवं तमाम बड़े नेता तथा जिले के अधिकारी उपस्थित थे।

इसी कार्यक्रम में लघु वनोपज सहकारी समिति के जिलाध्यक्ष लालसाय मिंज को भी विशिष्ट अतिथि बतौर मौजूद थे।जैसे ही कार्यक्रम की शुरुआत हुई,मंच संचालन कर रहे पुष्कर बरवा ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि सहित अन्य सभी विशिष्ट अतिथियों को माइक से मँच पर विराजमान के लिए संबोधित किया परंतु लालसाय मिंज का नाम नहीं लिया जिससे लालसाय मिंज भडक़ गए और अपने आप को अपमानित महसूस करते हुए वहाँ से जाने लगे।जिसके बाद बलरामपुर डीएफओ आलोक कुमार बाजपेयी ने स्थिति को सम्हालते हुए तत्काल लालसाय मिंज को मनाया, जिसके बाद लालसाय मिंज कार्यक्रम में शिरकत की।

 लघु वनोपज सहकारी संघ के जिलाध्यक्ष ने लालसाय ने बताया कि जिला स्तरीय चरण पादुका कार्यक्रम में मुझे विशिष्ट अतिथि के रूप में बुलाया गया था। सभी भाजपा के लोगों को माइक से बुलाकर मंच पर बैठाया गया, परंतु मुझे तब बुलाया गया जब मैं वहाँ से उठकर जाने लगा और मुझे पीछे सीट पर बैठाया गया। स्वागत के कड़ी में भी मुझे सबसे पीछे बलरामपुर के एक प्रबंधक द्वारा स्वागत कराया गया। इस कार्यक्रम में मुझे अपमानित किया गया।


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