बलौदा बाजार

कसडोल, 27 जून। राज्य सरकार द्वारा शिवरीनारायण को श्रीराम वन पथ गमन विकास में प्राथमिकता से शामिल किया गया, जिसके निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल पर पहुंच मार्ग पर किए गए बेजाकब्जा को प्रशासनिक टीम ने हटाया। इस दरम्यान प्रशासनिक टीम के साथ महिलाओं ने गाली गलौज-पत्थरबाजी भी की, जिससे एक महिला सिपाही घायल भी हो गई। किन्तु प्रशासनिक दबाव के आगे झुकना पड़ा और बेजाकब्जा हटा लिया गया।
मामला टेम्पल सिटी शिवरीनारायण का है, जिसमें बलौदाबाजार जांजगीर चांपा जिला को जोडऩे वाली त्रिवेणी संगम पर बनी शबरी पुल काली मंदिर होते हुए पूर्व नगर पंचायत परिषद द्वारा 1.90 करोड़ की लागत से बाईपास डामरीकृत सड़क बनाया गया था। बताया गया है कि उस समय नगर पंचायत द्वारा बेजा कब्जा पर कार्रवाई की गई थी जिसमें जरूरतमंदों को शासकीय भूमि आवास हेतु पट्टा दिया गया था। वर्तमान समय में बेजाकब्जा धारियों ने सड़क किनारे तक जिसमें 10 लोगों ने बाउंड्रीवाल तथा 7 लोगों ने मकान बनाकर कब्जा कर लिया था।
सीएमओ हितेंद्र यादव ने कहा कि बेजा कब्जाधारियों को नियमत: 4 बार बेजा कब्जा हटाने की नोटिस जारी किया था। इसके बाद गुरुवार को एसडीएम मेनका प्रधान, तहसीलदार प्रकाश साहू, सीएमओ हितेंद्र यादव, पुलिस थाना प्रभारी शिवरीनारायण टीआई मोतीलाल शर्मा पूरे दलबल के साथ जेसीबी के साथ घटना स्थल पहुंचे । जहां 10 बेजाकब्जधारी जो दीवार घेरा कर कब्जा किए थे कोई विरोध नहीं किया। जिसके बाद जब मकान की बारी आई तो 7 घरों से महिलाओं ने प्रशासनिक अफसरों के साथ अभद्र व्यवहार किया । विवाद इतना बढ़ा की उक्त 7 महिलाओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे एक महिला सिपाही पैर में चोट लगने से घायल हो गई, जिसे तत्काल अस्पताल भेजा गया ।
महिलाओं की उत्तेजित हरकत के मद्देनजर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ महिलाओं को थाना लाई। जिसके समझाईश के बाद मामला शांत हुआ और बिना हस्तक्षेप के पूरे 17 बेजा कब्जा से बेदखल किया गया।