बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 जून। जिले में सीमेंट प्लांट और अन्य प्रमुख उद्योग इकाइयों के अलावा अन्य जिलों से आने वाले ओवरलोड वाहनों की वजह से जिले के प्रमुख सडक़ जर्जर होने लगी है।
जिले के सीमेंट संयंत्रों पर लगातार वाहन ओवरलोडिंग के आरोप लगते रहते हैं। स्थानीय कुछ सीमेंट संयंत्र के अलावा प्रतिदिन अन्य जिले अथवा राज्यों से बड़ी संख्या में ऐसी वाहनों का आवागमन होता है। सर्वाधिक बुरी स्थिति बलौदा बाजार सिमगा मार्ग की है। इस मार्ग पर कुछ वर्ष पूर्व स्थापित हुए सीमेंट संयंत्रों के पास परिवहन हेतु रेल सुविधा नहीं है, इन्हें करीब 15 से 20 किलोमीटर तक सीमेंट क्लिंकर कोयला ढुलाई के लिए सडक़ों का ही उपयोग करना पड़ता है। जर्जर होती सडक़ों को देखते हुए जिला प्रशासन ने ऐसे वाहनों की नियमित चेकिंग करने के आदेश दिए हैं। ट्रकों के एक्सेल के आधार पर ही उनकी भारी वाहन
क्षमता परिवहन विभाग ने तय की है, परंतु इस नियम का उल्लंघन किया जा रहा है।
आरटीओ एल लकड़ा ने बताया कि पूर्व में जिला परिवहन कार्यालय से उडऩदस्ता का संचालन होता था परंतु कुछ वर्षों से इसे सेंट्रल फ्लाइंग स्कॉट रायपुर में संलग्न कर दिया गया है, अत: इनकी जानकारी उपलब्ध नहीं करा सकते।
वहीं यातायात जिला प्रशासन थाना प्रभारी प्रमोद सिंह ने बताया कि जनवरी से दिसंबर 2020 तक के पूरा जिले अंतर्गत लिफ्टर चक्का उठाकर चलने के 176 मामले व लोगों के 72 मामलों में ट्रक चालकों पर कार्रवाई की गई है। सीमेंट संयंत्रों के ओवरलोड अथवा लिफ्ट उठा कर चलने वाले ट्रकों के पृथक आंकड़ें नहीं होना बताया।