बलौदा बाजार

अनुकंपा नियुक्ति के जरिए मिल रही सरकारी नौकरी, 3 पंचायत सचिवों की हुई नियुक्ति
22-Jun-2021 8:32 PM
अनुकंपा नियुक्ति के जरिए मिल रही सरकारी नौकरी, 3 पंचायत सचिवों की हुई नियुक्ति

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 जून।
अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में 10 प्रतिशत की सीमा शिथिल करने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्णय से युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के द्वार खुल गये है। इसके तहत बलौदाबाजार जिले में पंचायत एवं ग्रामीण विभाग द्वारा 3 युवाओं को सरकारी नौकरी दी गयी है। तीनों को पंचायत सचिव के रूप में पदस्थापना दी गयी है। 

इस हेतु जिला पंचायत सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्दकी ने आदेश जारी की हैं। सिमगा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम तरपोगा पंचायत ढेकुना निवासी इंद्रा मार्कण्डेय को पंचायत सचिव पद में नियुक्ति दी गयी है। उन्हें उनके  पिताजी अमरदास मार्कण्डेय के बदले में अनुकंपा नियुक्ति मिली है। 

इंद्रा ने बताया कि मेरे पिता सिमगा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत रोहरा के सचिव पद में पदस्थ था। 18 फरवरी 2021 को एक्सीडेंट से निधन हो गया। हम लोग घर मे 5 बहन एवं 2 भाई हैं, जिसमें हम 3 बहनों की शादी हो गयी है। दो बहन एवं 2 भाई की पढ़ाई चल रही है। पिता के जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। हम लोग भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। पर अब नौकरी मिलने से बड़ी राहत परिवार को मिली है। मैं इसके लिए सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। 

इसी तरह कसडोल जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम अर्जुनी निवासी रंगो बाई बरिहा को उनकें पति के बदले अनुकंपा नौकरी दी गयी है। रंगो बाई बरिहा ने बताया कि मेरे पति ग्राम पंचायत देवरतराई में सचिव के रूप में पदस्थ थे। वे शुगर के मरीज थे।
 
 एक मार्च 2016 को उनकी अचानक शिवरीनारायण के पास ही रोड में तबीयत खराब हो गयी, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। मेरे 2 बेटी एवं 2 बेटा है। जिनकी अभी पढ़ाई चल रही है। उनके जाने के बाद घर की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गयी, दिन ब दिन घर की हालत बिगड़ती गयी। कुछ जमीन को गिरवी रखने की नौबत आ गयी। अब नौकरी मिलने से बड़ी राहत परिवार को मिली है। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। 

उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में नियुक्ति देकर जीवन की गंभीर समस्या का हल किया है। इसी तरह कसडोल विकास के अंतर्गत ग्राम कुशगढ़ निवासी बोध कुंवर कोसले को उनके पिता सोनालाल के बदले में अनुकंपा नौकरी दी गयी है। 

जिला पंचायत सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्दकी ने बताया कि तीनों सचिवों को प्रशिक्षण के लिए गाँव के नजदीक ही ग्राम पंचायत सचिव के साथ 3 महीने के लिए संलग्न गया। उसके उपरांत उन्हें स्वतंत्र पंचायत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति शासकीय सेवक के सेवा कार्य के दौरान असामयिक निधन उपरांत आश्रितों का अधिकार है। अत: हमने राज्य शासन के निर्देश एवं कलेक्टर श्री जैन के मार्गदर्शन में त्वरित आमल कर रहे हैं। 

गौरतलब है कि अनुकंपा नियुक्ति में 10 प्रतिशत की सीमा को 31 मई 2022 तक के लिए शिथिल की गई है। अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ हरिशंकर चौहान ने अपने कक्ष में तीनों नियुक्ति पत्र देकर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ सौंपे गए दायित्व का निर्वहन करना, अपने एवं अपने परिवार वालों का भी ख्याल रखना।


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