बलौदा बाजार

ग्रामीण अंचलों से करेंगे कोरोना का खात्मा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 9 जून। दलित आदिवासी मंच के संयोजिका राजिम कैथवास ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि हमें करोना महामारी को अपने गांव से भगाना है। हमें शपथ लेना है कि हमारे गांव से किसी की भी मौत कोरोना से नहीं होना चाहिए। आज सरायपाली बसना पिथौरा कसडोल से स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ने एक अभियान चला रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं की जूम मीटिंग कर डॉक्टर अनुपमा के साथ कोरोना के लक्षण एवं बचाव पर जानकारी प्राप्त किए तथा दलित आदिवासी मंच के देवेंद्र बघेल जीके द्वारा 27 कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य किट वितरण किया गया। अपने साथ में एक किट लिया गया, जिसमें ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, बलून भाप मशीन, मार्क्स सैनिटाइजर्स के साथ अपने-अपने गांव में जागरूकता अभियान हेतु निकले हैं। जहां दीवार लेखन होगा रोजाना सुबह एक घंटा शाम को एक घंटा अपने गांव में किसी को भी सर्दी खांसी बुखार हो कोई भी लक्षण दिखे, उन्हें ऑक्सीमीटर द्वारा चेक करना, यदि वह 94 से कम ऑक्सीजन है, तो उसे तुरंत रेफर करना हॉस्पिटल हेतु तथा 37.5 बुखार है, तो उन्हें मितानिन दीदी के सहयोग से पैरासिटामोल देकर परिवार से दूरी बनाकर डॉक्टर का सलाह लेें। खुद भी बचे और दूसरों को भी बचाएं गलत अफवाह से बचें करोना पीडि़त व्यक्ति से कॉलिंग करना है सलाह देना है उनके अंदर से डर भगाना है। आज दुनिया में 100 में 80 प्रतिशत लोग कोरोना पीडि़त सब ठीक हो रहा है।
मात्र 20 पर्सेंट लोग ही बिना जानकारी के अभाव से उनकी मृत्यु हो रही है। इसलिए हमें गांव में कोरोना को हमारे गांवों से भगाना है। अपना मनोबल मजबूत करना है। इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए दलित आदिवासी मंच के सलाहकार देवेंद्र बघेल एवं समस्त कार्यकर्ताओं ने बीड़ा उठाया है। जागो और जगाओ करोना को दूर भगाओ।