बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 2 जून। बलौदाबाजार वन मंडल के अंतर्गत परिक्षेत्र अर्जुनी के जंगल में वन्य प्राणियों के शिकार के लिए बिछाए गए बिजली तार की चपेट में आने से शिकारी खुद फंस गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने 2 अन्य शिकारियों को मात्र 6 घंटे के भीतर धर दबोचा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्घ कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया ।
कसडोल पुलिस थाना के पुलिस चौकी सोनाखान के अंतर्गत 31 मई को मृतक के भाई रामस्वरूप पैकरा ने चौकी आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका भाई स्वरूप पैकरा29 मई के शाम करीब 7 बजे घर से निकला था, जो घर वापस नहीं आया। पता तलाश करने पर स्वरूप पैकरा का शव जंगल जोक नदी किनारे मृत अवस्था में मिला है, जिसके शरीर में विद्युत करंट से झुलसने का निशान है तथा शव से तेज दुर्गंध आ रही है।
जांच में पाया गया कि मृतक अपने साथी पुनीराम बरिहा, खीखराम कंवर के साथ एक राय होकर जंगल में शिकार करने 29 मई की रात 9.30 बजे जंगल में 1100 केवी हाई वोल्टेज बिजली तार में जीआई तार लगाकर शिकार करने हेतु लगाए गए तार के करंट की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गयी। मृतक के साथी साक्ष्य छुपाने के लिए जीआई तार एवं बांस की खूंटी एवं डंगसी को लेकर फरार हो गए थे।
चौकी प्रभारी सोनाखान नरेंद्र मारकंडे के नेतृत्व में फरार आरोपी पुनी राम बरिहा (48) और खीखराम कंवर उर्फ हंडा बैगा (56) कसौंदी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार कर घटना में प्रयुक्त 4 बंडल जीआई तार, 30 मीटर एल्युमीनियम तार ढाई एमएम एवं एक नग टॉर्च तथा बांस का 8 नग खूंटी जब्त कर आरोपियों को महज 6 घंटा के भीतर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।