बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 4 नवंबर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के 25वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड इकाई - कुकुरदी सीमेंट वर्क्स द्वारा वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर इकाई प्रमुख पवन कुलकर्णी ने अपनी दूरदर्शी सोच और दीर्घकालिक दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा कि हरित क्रांति केवल एक पहल नहीं, बल्कि आने वाली पीढिय़ों के लिए पर्यावरण संरक्षण का संकल्प है।
तकनीकी फंक्शनल हेड अभिजीत जोशी ने कहा कि सीपीसीबी की गाइडलाइनों के अनुरूप संयंत्र एवं माइंस परिसर में वृक्षारोपण किए जाने से वायु गुणवत्ता में सुधार होगा तथा सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
माइंस फंक्शनल हेड अभिषेक भारद्वाज ने कहा कि खदान परिसर के विभिन्न डंपिंग साइट्स में किए जा रहे वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है, जो पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मानव संसाधन प्रमुख प्रतीक भटनागर ने कहा कि कंपनी द्वारा सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न गांवों में किए जा रहे विकास कार्यों एवं निरंतर वृक्षारोपण गतिविधियों में स्थानीय समुदाय की सहभागिता सराहनीय रही है, और इस दिशा में कंपनी निरंतर योगदान देती रहेगी।
वृक्षारोपण का यह कार्यक्रम संयंत्र के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट एरिया एवं माइंस ओएलबीसी एरिया में संपन्न हुआ जिसमे फलदार पौधे आम, अमरूद, जामुन, आँवला आदि एवं अन्य पौधे जैसे गुलमोहर, शीशम, कदम्ब, अर्जुन आदि रोपित किये गए। इससे पूर्व एलआईएलओ एरिया, वर्कर कॉलोनी एरिया तथा खदान के विभिन्न डंप एरिया में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं, साथ ही एवेन्यू प्लांटेशन भी सफलतापूर्वक किया गया है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हॉर्टिकल्चर विभाग के प्रीतम जक्कनवार, पर्यावरण प्रमुख अभिषेक मिश्रा, सुरक्षा विभाग प्रमुख राकेश दुबे एवं उनकी टीम, सीएसआर प्रमुख राजेंद्र कुशवाहा, गुणवत्ता विभाग प्रमुख राजेश अवस्थी, उत्पादन विभाग प्रमुख गोपाबन्धु जेना, ईआर विभाग प्रमुख अंतर्यामी सामल, टेक्निकल सर्विस से सुमीत सोनी व तृप्ति साहू, माइंस विभाग प्रमुख सुनील शर्मा, जियोलॉजिस्ट हेमंत कुमार वर्मा, इंस्ट्रूमेंट विभाग से लोकेश भसीन, डब्ल्यू एच आर एस से उमेश पांडे तथा एडमिन एवं सिक्योरिटी विभाग प्रमुख बलराम भाटी का सराहनीय योगदान रहा।


