बलौदा बाजार

रैम्प योजना: वैकल्पिक वित्तपोषण पर कार्यशाला
11-Sep-2025 2:34 PM
रैम्प योजना: वैकल्पिक वित्तपोषण पर कार्यशाला

पूंजी बाजार से जुड़ाव, वैकल्पिक वित्त की समझ और आर्थिक सशक्तिकरण की मिली जानकारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 11 सितंबर। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के सहयोग से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को पारंपरिक बैंकिंग विकल्पों के अतिरिक्त वैकल्पिक वित्तीय स्रोतों की जानकारी देने एवं उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से भाटापारा में वैकल्पिक वित्तपोषण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय एवं विश्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित रैम्प (रेशिंग एण्ड ऐसेलरेंिटंग एमएसएमई परफोमेंश) योजना के अंतर्गत आयोजित की गई।

कार्यक्रम में मनीष अरोरा ने रैम्प योजना का परिचय देते हुए बताया कि यह योजना एमएसएमई को वित्तीय, बाज़ार एवं संस्थागत सशक्तिकरण के माध्यम से प्रतिस्पर्धी व सतत् विकास की दिशा में बढ़ाने हेतु क्रियान्वित की जा रही है।

 श्रीया डे एवं उनके अन्य सहयोगियों ने क्रेडिट ऑनलाईन के बारे में बायर-सेलर के पंजीयन, वर्किंग कैपिटल, बिल डिस्काउंटिंग की प्रक्रिया और समयबद्ध भुगतान की सुविधा पर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि टीआईडीएस प्लेटफॉर्म एमएसएमई को विलंबित भुगतानों से राहत दिलाने और नकदी प्रवाह को बेहतर बनाने का प्रभावी माध्यम है।नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के उर्मिलेश ने एनएसई इमरेज प्लेटफॉर्म पर सूचीकरण की प्रक्रिया, पात्रता मानदंड एवं इससे एमएसएमईएस को होने वाले लाभों की विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में प्रतिभागियों ने विषय की उपयोगिता पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और आग्रह किया कि ऐसी व्यावहारिक जानकारियों से युक्त कार्यशालाओं का आयोजन भविष्य में भी किया जाए। यह कार्यशाला एमएसएमई इकाइयों के लिए पूंजी बाजार से जुड़ाव, वैकल्पिक वित्त की समझ और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया।

कार्यशाला में महाप्रबंधक गुणेश्वरी साहू, कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स सुरेश भंसाली, दाल मिल एसोसियेशन के अध्यक्ष नरेश आर्य, अनिल रोचलानी सहित जिले के 30 से अधिक एमएसएमई उद्यमियों, सीए और अन्य हितधारकों ने भाग लिया।


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