बलौदा बाजार

बलौदाबाजार प्रेस क्लब ने सौंपा ज्ञापन, निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 6 जुलाई। जिला मुख्यालय के सिटी कोतवाली में लम्बे समय से पदस्थ थाना प्रभारी अजय झा के विरुद्ध नागरिकों और पत्रकारों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों ने अब राजधानी रायपुर तक दस्तक दे दी है।
आम जनता की आवाज बनकर बलौदाबाजार प्रेस क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा, छत्तीसगढ़ पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा से मुलाकात की तथा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृहमंत्री विजय शर्मा एवं रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल को ज्ञापन दिया ।
प्रतिनिधिमंडल ने अजय झा के विरुद्ध अनुशासनहीनता, पद के दुरुपयोग और आम नागरिकों व पत्रकारों के साथ दुव्र्यवहार के गंभीर आरोपों की विस्तृत जानकारी देते हुए एक लिखित ज्ञापन सौंपा और निष्पक्ष जांच व कठोर कार्रवाई की मांग की।
अनुशासनहीनता एवं तानाशाही व्यवहार के आरोप
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि अजय झा का व्यवहार पूरी तरह तानाशाहीपूर्ण हो गया है। वे आम नागरिकों से असभ्य भाषा में बात करते हैं, और पत्रकारों को उनके कार्य में बाधा डालते हुए मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। कई बार लोगों से शिकायत आती रहती है कि थाना परिसर में आने पर उनसे दुव्र्यवहार किया गया और उनकी बातों को गंभीरता से नहीं सुना गया। यह व्यवहार पुलिस की सेवा भावना एवं जनसंपर्क नीति के विपरीत है, जिससे आम लोगों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है।
प्रेस क्लब पदाधिकारियों के साथ अभद्रता और झूठे केस की धमकी
26 जून को बलौदाबाजार प्रेस क्लब के पंजीकृत पदाधिकारियों को बिना लिखित सूचना के तीन बार थाना बुलाया गया। उन्हें घंटों बिठाकर झूठे मामलों में फंसाने की खुली धमकी दी गई। जब पदाधिकारियों ने इसका कारण पूछते हुए लिखित कारण मांगा, तो थाना प्रभारी ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और गंभीर धमकियाँ दीं। प्रतिनिधियों ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की सीसीटीवी फुटेज सिटी कोतवाली में उपलब्ध है, जिसे जांच के लिए सुरक्षित किया जाना चाहिए।
आगजनी के बाद भी पद पर जमे रहना — संदेहास्पद स्थिति
दिनांक 10 जून 2024 को बलौदाबाजार में भीषण आगजनी की घटना हुई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने तत्कालीन कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित कई जिम्मेदार अधिकारियों का तबादला किया था। किंतु अजय झा आज भी अपने पद पर बने हुए हैं, जिससे यह संदेह उत्पन्न होता है कि वे अपने राजनीतिक संबंधों का लाभ उठाकर खुद को बचा रहे हैं।
अवैध गतिविधियों को संरक्षण देने के आरोप
बलौदाबाजार में अवैध शराब की बिक्री,चोरी, सट्टा, नशाखोरी, सट्टा-पट्टी जैसे अवैध कार्यों में लगातार वृद्धि हो रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि इन गतिविधियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती, बल्कि संरक्षण देने का आरोप भी लगाए गए हैं।
ज्ञापन सौंपे जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा व संबंधित अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए उचित एवं आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बलौदाबाजार प्रेस क्लब ने विश्वास जताया है कि लोकतंत्र में कानून का शासन सर्वोपरि है और जल्द ही इस मामले में सच्चाई सामने आकर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।