बलौदा बाजार

रेत माफियाओं पर सख्ती, फिर भी अवैध खुदाई रुकी नहीं
19-May-2025 4:11 PM
रेत माफियाओं पर  सख्ती, फिर भी अवैध खुदाई रुकी नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार,  19 मई। जिले के महानदी शिवनाथ नदी के रेत घाटों से अवैध रेत खनन के साथ ओवरलोडिंग की लगातार शिकायत मिल रही हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर दीपक सोनी ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। परंतु उन निर्देशों की अवहेलना करते हुए जिले के रेत घाटों में खुलेआम मशीनों के जरिए रेत उत्खनन किया जा रहा है।

गत दिनों जारी आदेश में प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई के दावे किए गए, बावजूद इसके नदी घाटों से रेत खनन, रेत की चोरी न तो रुकी है और न ही कालाबाजारी को कोई रोक पा रहा है। जिले के बड़े सफेदपोश लोगों के संरक्षण में जिले के नदी घाटों से कुछ मशीनों में करोड़ों की रेत चोरी की जा चुकी है और रेत चोरी का क्रम बदस्तूर बना हुआ है।

संबंधित इलाकों में ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन से लेकर खनिज विभाग तक से की गई है परंतु आज तक कभी कठोर कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।

गत दिनों हुई बैठक में रेत खनन को लेकर तीखे तेवर में कलेक्टर ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सभी अनुविभागों के एसडीएम को अपने अनुविभाग में रेत उत्खनन के ग्रे और ब्लैक स्पॉट की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए की जिम्मेदारों के खिलाफ एमएमडीआर एक्ट के तहत एफआईआर कर कठोर कार्यवाही करें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश हैं कि अवैध खनन एवं परिवहन में लिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए।

कलेक्टर ने बताया कि राजस्व, पुलिस, वन, खनिज और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। उक्त निर्देशों के दूसरे दिन ही शुक्रवार को दतान ख रेत घाट में महानदी की धार के बीच में ही नदी के बीच पोकलेन मशीन लगाकर बाकायदा हाईवा से रेत खनन किया जा रहा था। कुछ यही हाल जिले के अन्य रेत खदानों पर भी नजर आ रहा हैं।

 

न सीमांकन न नियमित जांच 

गौरतलब हो कि जिले में अवैध रेत खनन का कार्य विगत 12-15 वर्षों से अधिक जारी हैं। संपूर्ण कार्य हाई प्रोफाइल रेत माफियाओं संबंधित गांव के कुछ दबंगों द्वारा संचालित किया जा रहा हैं। नियम अनुसार रेत खनन हेतु रायल्टी पर्ची ग्राम पंचायत को जारी की जाती हैं और कितने बड़े स्थान में खनन किया जाना है इसका स्पष्ट उल्लेख किया जाता हैं।  बावजूद इसके कुल अनुमति से कई गुना अधिक बड़े क्षेत्र में रेत खनन किया जा रहा है जिसकी नियमित रूप से नापजोख और सीमांकन नहीं होता हैं। बरसात के दौरान फिर से नदी में पानी आने से पूरा स्थान पूर्ववत हो जाता हैं। इस दौरान उस स्थान से करोड़ों रुपए की रेत अवैध रूप से निकाल ली जाती हैं।

मशीनों से नहीं होगा रेत खनन

 बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में रेत उत्खनन हेतु 14 खदानें स्वीकृत हैं जहां से केवल ट्रैक्टर में माध्यम से ही रेत उत्खनन करने की मंजूरी हैं। यदि कोई हाईवा या चैन माउंटेन का उपयोग करता है तो उसका वाहन जब्त किया जाएगा इसके बाद ड्राइवर के साथ-साथ वाहन मालिक पर भी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी परंतु जिले की लगभग सभी रेत खदानों में शुक्रवार को ही पोकलेन ,चेन माउंटेड, हाईवा आदि के द्वारा रेत खनन, परिवहन खुलेआम किया जा रहा हैं। लिहाजा प्रशासन की कार्रवाई का जिलेवासियों को इंतजार हैं।

आम नागरिकों के लिए नंबर

आम नागरिकों के लिए भी रेत के अवैध खनन और परिवहन को रोकने में प्रशासन की मदद करने की अपील की गई हैं। जिसके लिए एक नंबर भी जारी किया गया हैं। आम नागरिक संपर्क केंद्र के मोबाइल नंबर 9201899925 पर अवैध खनन और परिवहन की जानकारी दे सकते हैं। प्रशासन का दावा है की सटीक जानकारी देने वाले को जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा। परंतु अब तक संबंधित ग्रामीण अधिकारियों से सीधे मिलकर शिकायत करते हैं तो जब कार्रवाई नहीं होती है तो महज एक कल पर क्या कार्रवाई होगी इसको लेकर ग्रामीणों को संशय हैं।

 यह तस्वीर दतान ख महानदी की है जो कुछ वर्ष पहले मई में पानी से भरा रहता था, अब जहां तक नजर आए सुनहरी रेत ही रेत नजर आती थी


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