बलौदा बाजार

अल्दा में उठी चिंगारी, अब 44 गांवों में फैली आग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 6 मई। तिल्दा ब्लॉक के ग्राम अल्दा में बालाजी स्पंज कंपनी द्वारा करवाई गई लोकसुनवाई अब औद्योगिक विकास बनाम कृषि अस्मिता के गंभीर मुद्दे का रूप ले चुकी है। पहले केवल आधा दर्जन गांव विरोध में थे, लेकिन अब 44 गांवों की एकजुटता ने इस आंदोलन को एक जनआंदोलन का चेहरा दे दिया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी ने लोकसुनवाई के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई। अल्दा सहित समीपवर्ती गांवों के लोगों ने भारी विरोध दर्ज किया, जिसका वीडियो फुटेज और लिखित प्रमाण उनके पास मौजूद हैं। बावजूद इसके, कंपनी प्रबंधन ने लोकसुनवाई के एक दिन पहले ही पंडाल और अन्य व्यवस्थाएँ लगानी शुरू कर दी थीं, जिसे ग्रामीणों ने पूर्वनियोजित स्क्रिप्ट बताया।
विरोध को लेकर कंपनी प्रबंधन ने 23 अप्रैल को पंडाल की कुछ सामग्री में रहस्यमय आग लगने की घटना को कंपनी ने बहाना बनाकर अल्दा के कुछ ग्रामीणों पर एफआईआर भी करवा दी है। ग्रामीणों का कहना है कि हममें से कोई वहां गया ही नहीं, ये सब कंपनी की खुद की रची हुई साजि़श है। कुछ का आरोप है कि कंपनी ने अपने ही गुंडों से आग लगवाई ताकि ग्रामीणों को फंसाया जा सके।
इस मामले पर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई या जांच सामने नहीं आई है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी और बढ़ गई है।
ग्रामीणों की माँग है कि 1. एफआईआर को तत्काल वापस लिया जाए। 2. इस प्रोजेक्ट को निरस्त किया जाए। 3. एक निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए कि आगजनी के पीछे किसका हाथ था।