बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 9 अक्टूबर। कुछ घूमंतू लोग के द्वारा समूह में बेखौफ हरे-भरे पेड़ों को योजनाबद्ध तरीके से कटाई की जा रही है, समूह में एकत्र लोग आम जनों के मना करने पर अभद्रता पर उतारू हो जाते हैं।
इनका इतना खौफ है कि वन विभाग का अमला भी लाचार हो चुका है। इनके चलते बलौदा बाजार भाटापारा मार्ग पर वन विभाग द्वारा ऑक्सीवन वृक्षारोपण क्षेत्र के अलावा अंबुजा सीमेंट संयंत्र द्वारा सडक़ के किनारे रोपे गए पौधों को काटा जा रहा है ।
जिला प्रशासन द्वारा इन घूमंतू लोगों को वर्तमान में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है यदि जिला प्रशासन ही है पेड़ों की कटाई करने हेतु समझाइश भी दे तो हरे-भरे वृक्षों को बलि चढऩे से बचाया जा सकता है।
विदित बलौदाबाजार भाटापारा मार्ग के अलावा शहर के लगे ग्रामों में घुमंतू जाति के लोग विशेषकर महिलाएं अल सुबह समूह में एकत्र होकर योजनाबद्ध तरीके से वृक्षों की कटाई कर रही है, पहले इनके द्वारा बांस में लगे लोहे के बुक से पेड़ की कमजोर टहनियों को मरोड़ दिया जाता है। दो-चार दिनों बाद इस कहानी के सूखने की स्थिति में ही है कुल्हाड़ी से काट दिया जाता है धीरे-धीरे पूरे पेड़ की कटाई की जाती है उक्त पेड़ों पर ऐसे ठूंठ और मरोड़ कर सुखारी गयी देखी जा सकती है।
वन डिपो में निवासरत गार्ड भी असहाय
गुरुवार की सुबह वन विभाग द्वारा ग्राम कुकुरदी में रोपित ऑक्सीवन के हरे भरे पेड़ की मोटाई टहनी को घूमंतू लोगों के द्वारा कटाई की जा रही थी, जिन्हें प्रात: भ्रमण पर निकले जागरूक लोगों द्वारा मना करने का प्रयास भी किया गया पर टहनी के सूख जाने की बात कहते हुए उनके द्वारा विवाद प्रारंभ कर दिया गया। यदि यही नहीं ऑक्सीवन के समीप वन विभाग के डिपो में निवासरत गार्ड को अवगत कराया गया तो उसने भी कटाई कर रहे लोगों को रोक पाने में असमर्थता व्यक्त किया
मना करने पर विवाद करते हैं
गार्ड ने बताया कि प्रतिदिन घूमंतू लोगों का यही क्रम है जो कि मना करने पर भी विवाद पर उतारू हो जाते हैं अत: अन्य चौकीदारों के आने के पश्चात ही गए कुछ कर पाएंगे।
इस संबंध में भी यह भी उल्लेखनीय है अरसे से उपेक्षित घूमंतू को जिला प्रशासन की विशेष पहल पर हाई स्कूल पेयजल व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है यदि वन विभाग व जिला प्रशासन संयुक्त पहल कर ऐसे लोगों को समझाइश दे तो इसका सकारात्मक परिणाम सामने आ सकता है।