बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 30 अक्टूबर। गौठान स्थल परअतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम को सरपंच और सचिव आवश्यक संसाधन नहीं जुटा पाए जिससे तहसीलदार पंचनामा तैयार कर वापस लौट गए।
इस संबंध में नायब तहसीलदार यशवंत राज ने बताया कि घंटों हम अतिक्रमण स्थल पर खड़े रहे, किंतु ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव ने रुचि नहीं दिखाई और संसाधन जैसे भी नहीं जुटा पाए जिसके कारण हमें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। उक्त जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी जाएगी।
ग्राम सुहेला समीपस्थ ग्राम पंचायत जीवन में गौठान के लिए स्वीकृति मिलने पर वहां के सरपंच सचिव एवं पंचों ने मिलकर गौठान बनाने के लिए नाला किनारे की भूमि का चयन किया। जिस पर पहले से ही गांव के सीताराम वर्मा ने अतिक्रमण कर रखा है और वहां पर अपनी जीवन निर्वहन कर रहा है।
शासकीय कार्य के लिए ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दी गई थी। साथ ही साथ नायब तहसीलदार यशवंत राज ने भी पहले मौके पर जाकर उन्हें समझाइश दी थी और कहा भी था कि यहां पर गौठान बनाना है। यहां से अतिक्रमण हटा लो किंतु अतिक्रमण नहीं हटाया।
अतिक्रमण नहीं हटाने पर ग्राम पंचायत जीवन के सरपंच सचिव और ग्रामीणों ने कलेक्टर और नायाब तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने के लिए आवेदन दिए थे। नायब तहसीलदार ने 28 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे अपने राजस्व निरीक्षक पटवारी नरेंद्र वर्मा सिंगर तहसीलदार राजेश्वर चपरासी पुरुष एवं महिला पुरुष विभाग के दो आरक्षक साथ में कोटवार आदि को लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए अतिक्रमण स्थल पहुंचे। सरपंच और सचिव अपने पंचों के साथ अतिक्रमण स्थल खाली पहुंचे थे, जहां पर नायाब तहसीलदार राजस्व अमले के साथ घंटों खड़े रहे किंतु सरपंच और सचिव ने अतिक्रमण हटाने के लिए संसाधन जेसीबी नहीं जुटा पाए। वहां पर संसाधनों की भारी कमी थी। इस अवस्था को देखते हुए नायब तहसीलदार ने पंचनामा तैयार कर वापस अपनी कार्यालय को आ गए।