बालोद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 8 सितंबर। रविवार को बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्रान्तर्गत मतांतरण का मामला सामने आया है। गुंडरदेही पुलिस चैनगंज-खलारी के बीच एक घर में प्रार्थना की आड़ में मतांतरण की शिकायत पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने 25 से अधिक लोगों को पकड़ थाने लेकर आई। पूछताछ करने पर अवैध प्रार्थना सभा होने पर पुलिस ने 22 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। इसमें 8 पुरुष और 14 महिला शामिल हैं।
गुंडरदेही पुलिस ने सभी 22 को एसडीएम न्यायालय में पेश किया, जहां 8 लोगों को जेल भेजा गया है। इनमें खर्रा निवासी हरख राम मेश्राम (50), गुंडरदेही निवासी भागीरथी निषाद(46) व विरेन्द्र निषाद (32), गुंडरदेही निवासी ओंकार सोनकर (26), सनौद थाना क्षेत्रान्तर्गत कोसागोंदी निवासी अगेश्वर निषाद (46), महासमुंद जिला अंतर्गत बागबाहरा थाना के पडक़ीपानी निवासी धनराज विश्वकर्मा (32), गुंडरदेही के वार्ड-6 निवासी पीयूष चंद्राकर (23) तथा खर्रा निवासी टिकेश्वर मेश्राम (23) को न्यायालय के आदेश पर ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा गया है।
चैनगंज में हुई घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के जिला अध्यक्ष बलराम गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक को फोन पर जानकारी देते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
यह मामला जिले के अंदर नया नहीं है। इससे पहले भी जिले के डौंडी, डौंडीलोहारा, अर्जुन्दा, गुरूर, दल्लीराजहरा जैसे नगर में भी अवैध प्रार्थना सभा का आयोजन कर धर्मांतरण करने के मामले सामने आये हंै।