बालोद

प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य ने एसपी को लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 21 मार्च। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य एवं बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है अवैध कारोबारियों का हौसला बढ़ा हुआ है।
गुंडरदेही विधानसभा के अधिकांश ग्रामों में अवैध शराब का कारोबार जोरशोर से चल रहा है, जिससे क्षेत्र की महिलाएं बहुत ज्यादा मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताडि़त हो रही है, अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है। गांव-गांव में अवैध शराब के विक्रय से माहौल दिन ब दिन बिगड़ते जा रहा है। आपसी सौहार्द का वातावरण भी खराब हो रहा है। आसानी से शराब उपलब्ध होने से नाबालिग बच्चे नशापान करने लगे हैं, जिससे आने वाले समय में समाज में बड़ी विकृति सामने आने की संभावना बढ़ गई है।
भाजपा नेता अभिषेक शुक्ला ने कहा कि शासन और प्रशासन मूक दर्शक बने बैठे हैं, ऐसा प्रतीत होता है। अवैध कारोबारियों को कांग्रेस सरकार होने के कारण गुंडरदेही विधायक कुंवर निषाद के संरक्षण एवं दबाव के चलते पुलिस प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने से बच रही है। विधायक के संरक्षण में ही शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। अभिषेक शुक्ला ने कहा कि पाँच दिनों के अंदर भन्डेरा सहित क्षेत्र में अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई नहीं होने पर देवरी थाने का घेराव महिलाओं एवं ग्रामीणों के साथ किया जाएगा।
इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति भाजपा नेता अभिषेक शुक्ला एवं भन्डेरा के महिलाओं ,ग्रामीणों ने एसपी बालोद को पत्र लिखा है। ग्राम भंडेरा ,तहसील डौंडीलोहारा की महिलाएं एवं ग्रामीणों ने अनेक बार थाना देवरी में अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने हेतु निवेदन कर चुके हैं, परन्तु आज पर्यंत तक पुलिस विभाग द्वारा कोई कारगर कदम न उठाने से महिलाएं प्रताडि़त हो रही है।
ग्रामीणों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है की ये सिर्फ भंडेरा गांव की समस्या है। गुंडरदेही विधानसभा के अधिकांश गांवों के महिलाओं की यही स्थिति है। अभिषेक शुक्ला ने कहा कि महिलाओं की भावनाओं और उनकी प्रताडऩा को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस प्रशासन से यथाशीघ्र अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं,
और यदि कार्रवाई नहीं होती तो पाँच दिनों के बाद देवरी थाना का घेराव समस्त महिलाओं एवं ग्रामीणों के साथ किया जायेगा। इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।