बालोद

पता नहीं राज्यपाल पर है किसका दबाव, मंत्री और विधायकों ने दिया बयान
15-Dec-2022 3:16 PM
पता नहीं राज्यपाल पर है किसका दबाव, मंत्री और विधायकों ने दिया बयान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 15 दिसंबर। 
बालोद जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची प्रदेश की कैबिनेट मंत्री अनिला भेडिय़ा ने आरक्षण बिल को लेकर राज्यपाल पर ही सवाल साधा है, इसके साथ ही विधायकों ने भी आरक्षण मुद्दे को लेकर राज्यपाल को घेरने में किसी तरह की कोई कमी नहीं की।

मंत्री ने कहा, पहले तो वे स्वयं विधेयक मंगाते हैं फिर दस्तखत करने के लिए आनाकानी करते हैं। आखिर उन पर किसका दबाव है यह समझ से परे है। दोनों विधायकों ने भी आरक्षण को लेकर राजनीति के साथ-साथ माहौल खराब करने के काम करने का आरोप भी लगा दिया।

राज्यपाल ने कहा था तत्काल बिल लाओ - अनिला
राज्यपाल ने पहले तो कहा था तत्काल बिल लाओ तत्काल साइन करूँगी पता नहीं किसके दबाव और डर के कारण ये आरक्षण को रोककर रखी है। आज हमारे छत्तीसगढ़ की जनता और युवाओं का भविष्य इससे जुड़ा हुआ है। इसे हमारे राज्यपाल को समझना चाहिए तत्काल इसमे हस्ताक्षर कर ऊपर भेजना चाहिए।

27 प्रतिशत के पक्षधर - कुंवर
आरक्षण के विषय को लेकर कुंवर सिंह निषाद भी पीछे नहीं रहे उन्होंने ओबीसी समुदाय का पक्ष रखते हुए कहा कि हम ओबीसी समुदाय 27 फीसदी आरक्षण के पक्षधर हैं। यह हमारा अधिकार है जनगणना के आधार पर जो अधिकार हमें मिला है, उसके लिए कांग्रेस सरकार ने प्रयास किया है, इसके लिए हमें लड़ाई भी लडऩी पड़ी है तो हम जरूर लड़ेंगे।

संजरी बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि शायद हस्ताक्षर करने और ना करने के पीछे ऊपर वाले का हाथ हो सकता है, जिसको केवल राज्यपाल ही जानते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के बयान को लेकर प्रदेश माहौल खराब हुआ है और विधानसभा में जो विधेयक पारित हुआ है, वह सफल हो जाए हम बस यही चाहते हैं।


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