विचार / लेख
प्रकाश दुबे
कुपित घर वालों ने घर में घेरा। नौबत यहां तक आ पहुंची कि बड़े घर के उप कप्तान ने महकमे के मैनेजर से शिकायत कर डाली। केन्द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मांडविया उर्वरक और रसायन कारखाने का मुआयना करने रामगुंडम पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने रास्ता छेंक लिया। साइकल सवारी के शौकीन मनसुख भाई अकेले होते तो पैडल मारकर निकल लेते। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किशन रेड्डी साथ थे। पूरे देश में पुलिस महकमे पर हक्म चलाने के हकदार राज्य मंत्री को लगा- तौहीन हुई। केन्द्रीय गृह सचिव अशोक कुमार भल्ला संसद अधिवेशन के दौरान तैयारियों मे व्यस्त हैं। रेड्डी ने तेलंगाना पुलिस की शिकायत की। कहा- हम बीच सडक़ में अटके रहे। पुलिस ने रास्ता खुलवाने में घंटा भर लगा दिया। गृह सचिव जानते थे कि क्षेत्रीय लोकसभा सदस्य वेंकटेश नतकानी विधायक और समर्थकों के साथ धरने पर डटे थे। वेंकटेश की मांग घरेलू किस्म की थी-स्थानीय लोगों को रोजग़ार दो।
अच्छे दिन का खाता
अच्छे कारोबार का मतलब है -पैसा जा रहा है तो दूसरी तरफ से आता रहे। देश की वित्त मंत्री से बेहतर इस बात को कौन समझ सकता है? जवाहर लाल नेहरू विवि की छात्रा रहीं सुघड़ गृहिणी निर्मला सीतारामन के हाथ 14 हजार कर्मचारियों को नौकरी देने का नुस्खा हाथ लग गया है। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक में इनकी नियुक्ति की जाएगी। संसद ा अधिवेशन समाप्त होने के बाद विज्ञापन ध्यान से देखते रहें। कुछ लोगों के मन में सिर्फ सवाल और संदेह उठते हैं। वे पूछेंगे कि इनकी जरूरत क्यों पड़ी? देश के गांव-देहात तक बैंकिंग सेवा पहुंचने तक का कारण सरकार बता देगी। छोटा सा एक कारण और है। कोई बताए न बताए, आप अभी जान लें।
स्टेट बैंक ने करीब 30 हजार कर्मचारियों की पक्की सूची बना ली हैं, जिन्हें दीपावली के आसपास स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दी जाने वाली है। गेट से आने वाले पढ़ते हैं-प्रवेश।
दूसरे दरवाज़े पर लिखा प्रस्थान पढ़ लिया करो।
जनता हवलदार की चुटकी
मुंबई महानगरी हो या पंजाब, जूलियो एफ रिबेरो ने पुलिस के नाम कामयाबी के कई मेडल जोड़े। उच्च्तम न्यायालय ने पुलिस सुधार केलिए रिबेरो समिति बनाई थी। रिबेरो ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखकर दंगों की जांच मेंं एकतरफ़ा कार्रवाई पर सवाल किया। पुलिस महकमे तथा कानून के शासन की पैरवी करने वालों में हलचल मची। दिल्ली के पुलिस आयुक्त ने लटपटाते हुए रिबेरो की चिट्ठी का जवाब दिया। रिबेरो ने दूसरा प्रेम पत्र ठोंका। दिल्ली के पुलिस आयुक्त से सवाल किया कि हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री के सुपुत्र अनुराग ठाकुर, रामेश्वर पंकज के लाडले कपिल मिश्र और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के सपूत प्रवेश साहब सिंह वर्मा ने भडक़ाऊ भाषण दिए। उनके खिलाफ कार्रवाई में चुप्पी क्यों साधी? पुलिस आयुक्त जिन्हें दंगाई कह रहे थे, रिबेरो ने उन्हें गाँधीवादी माना। आईएएस से त्यागपत्र देकर सामाजिक सरोकार से जुड़े हर्षमंदर, शिक्षाविद प्रो अपूर्वानंद और तीसरे रिबेरो स्वयं। शब्दकोष में न सही, रिबेरो का अर्थ है-निडर। रिबेरो ने चिट्?ठी में चुटकी ली- लगता है यह निज़ाम गांधीवादियों को अच्छी निगाह से नहीं देखता। दिल्ली पुलिस ने गांधी जी के तीन बंदरों की शक्ल अख्तियार कर ली।
घर की खेती
शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल भारतीय जनता पार्टी के सबसे पुराने साथी हैं। शिवसेना के छिटकने के बाद केन्द्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर ने त्यागपत्र दिया। विषय सूची में जिक्र न होने के बावजूद मंत्रिमंडल की बैठक में आए तीनों कृषि विधेयकों का हरसिमरत ने विरोध किया था। मंत्रिमंडल में हरसिमरत और लोकसभा में सुखबीर सिंह बादल के विरोध को सरकार ने तवज्जो नहीं दी। हरसिमरत की मां सघन चिकित्सा कक्ष में भर्ती है। इधर मां, उधर करतार। संसद में हाजिऱ रहकर विरोध में मतदान किया। मतदान करने का मतलब संसद में ना कहा। तीनों विधेयक लोकसभा में ध्वनि मत से पारित हुए हुए। लोकसभा में शिरोमणि अकाली दल के कुल जमा दो ही सदस्य हैं। यानी पति-पत्नी। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा- मैं, बेटा, पोता और 90 प्रतिशत पार्टी सदस्य किसान हैं। छह साल तक मंत्रिमंडल में बादल की बहूरानी विराजी रहीं। अब किसान याद आ रहा है। पूछना मत उनसे।
(लेखक दैनिक भास्कर नागपुर के समूह संपादक हैं)