अंतरराष्ट्रीय
-रोहान अहमद
पाकिस्तान सरकार ने संसदीय मंज़ूरी के बाद, थल सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुखों के कार्यकाल को बढ़ा दिया है.
संसदीय मंज़ूरी के बाद अब तीनों सेनाओं के प्रमुखों का कार्यकाल पांच साल का हो गया है. इससे पहले यह कार्यकाल तीन सालों तक का हुआ करता था.
पाकिस्तानी सेना के नियमों के मुताबिक़, जनरल के रिटायर होने की उम्र 64 साल तक निर्धारित थी. लेकिन अब इस मंज़ूरी के बाद सेना प्रमुख पर यह नियम लागू नहीं हो सकेगा.
पाकिस्तान के पहले सेना अधिनियम के तहत सेना प्रमुखों का कार्यकाल तीन साल के लिए तय किया गया था और संसद इसे तीन साल के लिए विस्तारित कर सकती थी.
भारत में सेना प्रमुखों के कार्यकाल की बात करें तो यह तीन साल या 62 वर्ष की आयु, जो भी पहले हो, तक का होता है.
पाकिस्तान में भी एक समय तक सेना प्रमुख का कार्यकाल चार साल तक का होता था.
पाकिस्तान के पूर्व रक्षा सचिव लेफ़्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) ख़ालिद नईम लोधी ने बीबीसी उर्दू को बताया कि अयूब ख़ान के वक़्त पाकिस्तानी सेनाओं के प्रमुखों का कार्यकाल चार साल तक का होता था. (bbc.com/hindi)