सरगुजा

सीएचसी से अंबिकापुर भेजा, रास्ते में एंबुलेंस में प्रसव, जच्चा-बच्चा स्वस्थ
13-Mar-2021 8:12 PM
 सीएचसी से अंबिकापुर भेजा, रास्ते में एंबुलेंस में प्रसव, जच्चा-बच्चा स्वस्थ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजपुर, 13 मार्च। नगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफरल सेंटर बनकर रह गया है। गर्भवती महिलाओं को स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव करने के बजाए मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है, जिससे प्रसूता और परिजनों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
ताजा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां एक गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराया गया था, जहां भर्ती करने के पांच घंटे बाद महिला को अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया। वाहन नहीं मिलने के कारण महिला को घंटों इंतजार करना पड़ा। जिसके बाद महिला को महतारी 102 की मदद से मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर ले जाया जाने लगा, परंतु जाते वक्त महज 5 किलोमीटर दूर जैसे ही परसागुड़ी पहुँचे, वहीं पर महिला ने 102 महतारी वाहन में बच्चे को जन्म दिया, जहां जच्चा और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ बताये जा रहे है।
ग्राम डिगनगर खुमरी निवासी पूजा पति ऋ षि (25 वर्ष) को प्रसव पीड़ा पर शनिवार तडक़े 3 बजे एंबुलेंस से राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने इलाज के बाद उसे सुबह 8 बजे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया था। राजपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महज 5 किलोमीटर दूर ग्राम परसागुड़ी और चरगड़ के बीच मुख्य मार्ग में प्रसव पीड़ा आने पर वाहन चालक ने वाहन रोक दी और 102 महतारी वाहन में ही सुरक्षित तरीके से प्रसव कराया गया।

 मामले में मेडिकल ऑफिसर डॉ. आलोक मिश्रा ने बताया कि सीएचसी राजपुर में भोर के 3 बजे 102 वाहन से भर्ती किया गया था। उसे 18 से 20 घंटे से दर्द होने के कारण अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ चिकित्सक और संसाधनों की उपलब्धता के कारण ही महिला को वहां भेजा गया था।


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